छत्तीसगढ़ में चक्रवाती सिस्टम की एंट्री तय, मौसम विभाग ने जारी किया भारी बारिश का अलर्ट

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बीते तीन दिनों से लगातार झमाझम बारिश हो रही है। इस बीच मौसम विभाग ने एक और चक्रवात के छत्तीसगढ़ में प्रवेश लेने के संकेत दिए है। जिसे लेकर कई जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है। दुर्ग, रायपुर संभाग के जिलों में बीती देर रात से लगातार बारिश होने से लोग घरों में कैद रहे। बालोद में एक दिन जिले में औसत 35 मिमी बारिश दर्ज की गई। दिनभर से बारिश से जीवन प्रभावित रहा। वहीं अगले दो दिनों तक बारिश थमने वाला नहीं है। आज भी सुबह से तेज बारिश हुई।

आ रहा चक्रवाती सिस्टम

मौसम विभाग की माने तो अब बारिश की गतिविधियों में इजाफा होगा। नदी नालों का जलस्तर बढ़ गया है। साथ ही जिले के प्रमुख बड़े व लघु जलाशयों में तेजी से जलभभराव भी होने लगा है। इसी के साथ ही एक और द्रोणिका सक्रिय होने वाला है। इसे लेकर चेतावनी जारी किया गया है। ताजा अपडेट के अनुसार एक चक्रीय चक्रवाती सिस्टम अगले दो दिनों में उत्तर छत्तीसगढ़ की ओर प्रवेश करेगा। जिसके असर से तेज बारिश होगी।

लगातार बारिश से स्कूल व दफ्तरों में उपस्थिति कम

बारिश लगातार होने के कारण सुबह से लोग अपने घरों में दुबके रहे। स्कूल, कॉलेजों एवं सरकारी दतरों में भी विद्यार्थियों व कर्मचारियों की उपस्थिति कम रही। विभागीय कार्यालयों में लोगों की संया भी कम रही।

उत्तर और मध्य छत्तीसगढ़ में होगी तेज बारिश

ऊपरी हवा के चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव से एक निन दाब का क्षेत्र गंगेटिक पश्चिम बंगाल और उसके आसपास बन गया है। साथ ही ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण 7.6 किमी ऊंचाई तक विस्तारित है। यह पश्चिम उत्तर, पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए झारखंड और उत्तर छत्तीसगढ़ की ओर दो दिनों में पहुंचने की संभावना है। इसके अलावा एक द्रोणिका उत्तर पूर्व अरब सागर से गंगेटिक पश्चिम बंगाल में स्थित निम्न दाब के क्षेत्र तक, उत्तर गुजरात, मध्य मध्यप्रदेश, उत्तर छत्तीसगढ़, दक्षिण झारखंड होते हुए 3.1 किमीे से 5.8 किमी ऊंचाई तक विस्तारित है। इसके प्रभाव से उत्तरी छत्तीसगढ़ और इससे लगे मध्य छत्तीसगढ़ के जिलों में भारी बारिश की संभावना है।

सियादेवी जलप्रपात पर्यटकों को कर रहा आकर्षित

लगातार बारिश होने से सियादेवी जलप्रपात में भी पानी बहने लगा है। 50फीट ऊंचाई से गिरते पानी की खूबसूरती लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। लोग इसकी प्राकृतिक स्थान की खूबसूरती देखने पहुंचने लगे हैं।