उत्तर प्रदेश: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में बीफ बिरयानी पार्टी का विवाद गहरा गया है। विश्वविद्यालनय में बीफ बिरयानी पार्टी के लिए न्योता दिया गया था। बीफ बिरयानी पार्टी का यह न्यौता सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। एएमयू प्रशासन ने नोटिस को लेकर कार्रवाई शुरू कर दी। नोटिस वायरल करने वाले छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया। नोटिस में 'बीफ बिरयानी' लिखे जाने को प्रशासन ने मानवीय भूल माना और नोटिस वापस लिया गया। नोटिस एएमयू के सुलेमान हॉल की ओर से जारी किया गया था। हालांकि, अब इस मामले में भमोला चौकी इंचार्ज ने तीन के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
दरअसल, एएमयू के सर सुलेमान हॉल में बीफ बिरयानी पार्टी आयोजित किए जाने को लेकर विवाद गहरा गया है। मामले में दो छात्रों और प्रोवोस्ट के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। यह मामला शनिवार को गरमाया था। सर सुलेमान हॉल के नोटिस बोर्ड पर सूचना चिपकाए जाने के बाद इस संबंध में विवाद गहराने लगा।
नोटिस में क्या?
नोटिस बोर्ड पर चिपकाई गई सूचना के अनुसार, 9 फरवरी को चिकन बिरयानी और बीफ बिरयानी पार्टी का जिक्र किया गया था। सूचना हॉल के सीनियर डायनिंग छात्र की ओर से लगाई गई थी। शनिवार रात तक यह नोटिस सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। इसके बाद इसका विरोध शुरू हो गया।
आयोजन पर जताई गई आपत्ति
यूनिवर्सिटी परिसर में भी कुछ छात्रों ने बीफ बिरयानी पार्टी के आयोजन पर आपत्ति जताई। इस मुद्दे को लेकर कार्रवाई की मांग होने लगी। मामले की गंभीरता को देखते हुए विश्वविद्यालय ने तत्काल इस पर संज्ञान लिया। अधिकारियों के निर्देश पर भमोला चौकी प्रभारी जितेंद्र कुमार धामा ने सिविल लाइंस थाने में केस दर्ज कराया।
दर्ज कराए गए एफआईआर में दोनों सीनियर छात्रों के साथ-साथ प्रोवोस्ट प्रो. फासिह राघिव गौहर को भी आरोपी बनाया गया है। पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है। यूनिवर्सिटी प्रशासन से भी जवाब मांगा गया है। घटना के बाद यूनिवर्सिटी परिसर में अब एक अलग बहस शुरू हो गई है।