जयपुर: ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव यासूब अब्बास ने हवा महल विधायक बालमुकुंद पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि हवा महल विधायक सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए ये सब हथकंडे अपना रहे हैं। अब्बास ने कहा कि धार्मिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है, और हवा महल विधायक बार-बार हमारे सब्र का बांध तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव ने कहा कि हमने लखनऊ में देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी बात की है और उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि वह इस पर कार्रवाई करेंगे। राजस्थान के मुख्यमंत्री से बात की जाएगी। अब्बास ने कहा कि वह राजस्थान के मुख्यमंत्री से समय मांग रहे हैं, जैसे ही समय मिलेगा पूरा मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाकर विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जाएगी, अगर कार्रवाई नहीं हुई तो शिया समुदाय सड़क जाम कर देगा।
जानिए क्या था मामला
अब्बास का कहना है कि इमाम हुसैन के 40वें दिन जुलूस निकाला जा रहा था, और इस जुलूस में हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। शिया समुदाय के लोग जुलूस की शक्ल में कौमी इमामबाड़ा से पैदल कर्बला के लिए निकले, लेकिन रास्ते में विधायक बालमुकुंद आचार्य और शिया समुदाय के लोगों के बीच कहासुनी हो गई। दरअसल, यह जुलूस साल में दो बार निकाला जाता है। एक मुहर्रम की 10वीं तारीख को इमाम हुसैन की शहादत पर और दूसरा चालीस दिन बाद उनके चालीसवें दिन। ये जुलूस राजस्थान प्रशासन के पास रजिस्टर्ड होते हैं और समय और स्थान भी दर्ज होता है। इसलिए यह जुलूस पुलिस प्रशासन के सहयोग से शिया कौमी इमामबाड़ा पन्नीगरान मोहल्ला जयपुर से तय समय पर शुरू हुआ और अपने नियमित रूट सुभाष चौक से होते हुए कर्बला रामगढ़ मोड़ के लिए रवाना हुआ। जैसे ही जुलूस जोरावर सिंह गेट पर पहुंचा तो हवामहल विधानसभा के विधायक बालमुकुंद आचार्य अपनी गाड़ी में आए और कुछ लोगों ने उनसे बहस शुरू कर दी।
दूसरी घटना 22 अक्टूबर को हुई, जिससे इलाके में तनाव फैल गया। खबरों के अनुसार, हवामहल विधानसभा क्षेत्र से विधायक बालमुकुंद आचार्य और उनके साथी नमाज के दौरान जबरन इमामबाड़े में घुस गए। विधायक पर महिला नमाजियों से बदसलूकी करने और इमामबाड़े का सामान तोड़ने का भी आरोप है। ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव ने देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है और कार्रवाई की भी मांग की है। इसके साथ ही शिया बोर्ड राज्य के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात कर विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेगा। कार्रवाई न होने की स्थिति में बोर्ड ने धरना और चक्का जाम करने का भी ऐलान किया है।