बेनीवाल का बड़ा बयान: नरेश मीणा की हार पर बीजेपी-कांग्रेस दोनों पर निशाना

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अंता विधानसभा उपचुनाव के नतीजों के बाद राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल ने कांग्रेस और भाजपा दोनों पर एक साथ निशाना साधते हुए चुनाव प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाए हैं। बेनीवाल ने दावा किया कि कांग्रेस की जीत ईमानदारी से नहीं बल्कि बेईमानी और धनबल के दम पर हुई है।

बेनीवाल के मुताबिक, इस चुनाव में हर वोट 10,000 से 40,000 रुपए तक बेचा-खरीदा गया। कांग्रेस ने लगभग 15,000 वोट सीधे पैसों के बल पर जुटाए। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया महीनों से चुनाव जीतने की तैयारी में लगे थे और हैरत की बात यह रही कि भाजपा के वही लोग, जो पहले भाया पर अवैध खनन के आरोप लगाते थे। चुनाव मैदान में उन्हीं को जिताने की कोशिश कर रहे थे। बेनीवाल ने कहा, भाजपा लगातार दो खेमों में बंटी रही और इसी आंतरिक कलह ने उन्हें कमजोर कर दिया।

भाजपा नेतृत्व पर तीखा प्रहार करते हुए बेनीवाल ने कहा, भजनलाल शर्मा के खिलाफ जनता में जबरदस्त नाराजगी है। आज चुनाव हो जाए तो भाजपा मुश्किल से 10 सीटें भी निकाल पाएगी। जब तक भजनलाल बैठे हैं, तब तक भाजपा का पतन तय है।

तीसरे मोर्चे को लेकर बेनीवाल का दावा
बेनीवाल ने आगामी पंचायत चुनावों और 2028 के विधानसभा चुनावों को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि तीसरा मोर्चा अब सिर्फ विकल्प नहीं, बल्कि दोनों राष्ट्रीय पार्टियों के लिए सीधी चुनौती बन चुका है।

उनके अनुसार, पंचायत चुनाव तीसरे मोर्चे की ताकत का “ट्रेलर” साबित होंगे, जबकि 2028 का विधानसभा चुनाव “पूरी पिक्चर” दिखाएगा। उन्होंने दावा किया कि ग्रामीण स्तर पर उनकी पार्टी और सहयोगी दल मजबूत पकड़ बना रहे हैं और आने वाले चुनावों में इसका असर साफ दिखाई देगा।

हाड़ौती में तीसरे मोर्चे की बढ़ती ताकत
अंता उपचुनाव में RLP समर्थित उम्मीदवार नरेश मीणा को मिले 55,000 वोटों का जिक्र करते हुए बेनीवाल ने कहा कि यह स्पष्ट संकेत है कि हाड़ौती जैसे क्षेत्र में, जिसे अक्सर भाजपा का गढ़ माना जाता है, वहां भी लोग तीसरे विकल्प की ओर झुक रहे हैं।

उन्होंने कहा कि भाजपा और मीणा उम्मीदवार के बीच केवल 150 वोट का अंतर रहा, जो इस बात को दर्शाता है कि स्थापित दोनों पार्टियों के बीच तीसरी ताकत तेजी से उभर रही है। बेनीवाल ने यह भी याद दिलाया कि कांग्रेस के इसी क्षेत्र में पहले भी जमानत जब्त हो चुकी है, और उपचुनाव में धनबल ने परिणामों को प्रभावित किया।

कांग्रेस प्रत्याशी पर पैसे बांटने के आरोप
बेनीवाल ने दावा किया कि चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी से जुड़ी बड़ी रकम पकड़ी गई थी, जिसकी सूचना निर्वाचन अधिकारियों तक भी पहुंची, लेकिन सत्ता पक्ष की चुप्पी ने पूरे मामले पर सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने कहा, जब शासन में बैठे लोग ही कांग्रेस उम्मीदवार के साथ खड़े हों, तो निष्पक्षता की उम्मीद कैसे की जा सकती है।

सभी वर्गों को साथ लेकर आगे बढ़ेगा तीसरा मोर्चा
अंत में बेनीवाल ने कहा कि उनका गठबंधन दलित, वंचित और पिछड़े वर्ग सहित हर समुदाय को साथ लेकर आगे बढ़ने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले चुनावों में तीसरे मोर्चे को जनता का बड़ा समर्थन मिलेगा और राजस्थान की राजनीति में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिलेंगे।