चंडीगढ़: पंजाब पुलिस विभाग में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ पंजाब सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। भगवंत मान सरकार ने भ्रष्टाचार में लिप्त 52 पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया है। बता दें कि 2 दिन पहले मुक्तसर के DC को भी निलंबित किया गया था। करप्शन के खिलाफ पंजाब सरकार के लगातार एक्शन करने के मद्देनदर यह कार्रवाई की गई है। पंजाब सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए यह कार्रवाई की है।
पंजाब के डीजीपी लॉ एंड ऑर्डर अर्पित शुक्ला बुधवार को मोगा पहुंचे थे। उन्होंने मोगा में 6 जिले के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में मोगा, फरीदकोट, श्री मुक्तसर साहिब, फिरोजपुर, तरनतारन और फाजिल्का के पुलिस अधिकारी शामिल हुए थे। डीजीपी ने अधिकारियों के साथ क्राइम और हाई कोर्ट में पेंडिंग पड़े केसों को लेकर मीटिंग की। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए डीजीपी अर्पित शुक्ला ने बताया कि पुलिस की तरफ से गैंगस्टर, क्राइम, चोरी को लेकर स्पेशल ड्राइव चलाई जा रही है। पेंडिंग पड़े केसों को टू कोर्ट किया जाए जिसमें फरीदकोट और फिरोजपुर रेंज के अधिकारियों को मीटिंग की गई। उन्होंने बताया की पुलिस की तरफ से ड्रग को लेकर बड़ी मुहीम शुरू की हुई है और उसके नतीजे भी अच्छे मिल रहे है। जो बॉर्डर से ड्रग्स आती है उसको भी कंट्रोल करने के लिए सेकेंड लाइन ऑफ डिफेंस को और मजबूत किआ जा रहा है। वहां 30 करोड़ की लगत से सीसीटीवी इंस्टॉल किए जा रहे हैं। पंजाब में नशा तस्करों के 1200 करोड़ की प्रॉपर्टी फ्रीज करने के लिए प्रपोजल भेजा गया।
डेरा बाबा नानक में हुए बम धमाके को लेकर उन्होंने कहा कि मामले में जांच चल रही है, लेकिन उससे पहले जो भी ऐसे ब्लास्ट हुए हैं वो सभी ट्रेस किए जा चुके हैं, यह भी कर लिया जाएगा। कुछ लोग पंजाब में माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पंजाब पुलिस बहुत ही काबिल है। पहले केस भी ट्रेस कर लिए है। पंजाब में अवैध ट्रैवल एजेंटों पर भी कार्रवाई करने के लिए कमेटी बनाई गई है। जो भी ऐसी शिकायत है उन पर सख्ती से करवाई की जा रही।