कर्नाटक के केंद्रीय विश्वविद्यालय में बिहार के छात्रों से साथ मारपीट की घटना पर प्रदेश के तमाम नेताओं ने आपत्ति जताई है. जेडीयू नेता नीरज कुमार ने कहा कि कर्नाटक केंद्रीय विश्वविद्यालय गुलबर्गा में बिहारी छात्रों के साथ पिछले कई दोनों से मारपीट की घटना हो रही है. लेकिन वहां की कांग्रेस की सरकार खामोश है. बिहार में राजनीतिक भाईचारे के कारण तेजस्वी यादव की जुबान सील गई है. बिहार कांग्रेस की जुबान भी सील गई है.
हिंसा पर कांग्रेस सरकार से हस्तक्षेप की मांग
जेडीयू नेता ने आगे कहा कि बिहारियों ने कोई अपराध किया है क्या? किसी की पैरवी के बदौलत गए थे क्या केंद्रीय विश्वविद्यालय? बिहार के छात्र अपनी बौद्धिक क्षमता की बदौलत गए हैं. इसलिए बिना विलंब कर्नाटक की कांग्रेस सरकार मामले में हस्तक्षेप करे. याद रखिए एक बिहारी सब पर भारी. नीरज कुमार ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि तेजस्वी यादव चुनावी रैलियों में बिहारी गौरव की बातें खूब करते हैं, लेकिन जब अपने राज्य के छात्र पिट रहे हैं, तब जुबान सिल गई? या फिर "राजनीतिक भाईचारा" बिहारियों की पीड़ा से बड़ा है? जवाब देंगे या चुपचाप देखेंगे. बता दें कि कर्नाटक के केंद्रीय विश्वविद्यालय गुलबर्गा में बिहारी छात्रों के साथ मारपीट का एक वीडियो भी सामने आया है जो बीती 6 मार्च का बताया जा रहा है.
कर्नाटक सरकार जल्द से जल्द दोषियों पर कार्रवाई करें
वहीं इस पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि कर्नाटक में सेंट्रल यूनिवर्सिटी में छात्रों के साथ जो मारपीट की घटना हुई है. वो अत्यंत ही निंदनीय है और कर्नाटक सरकार जल्द से जल्द दोषियों पर कार्रवाई करें. बिहारी छात्रों के साथ इस तरह की घटना दूसरे राज्यों में हो रही है तो बिहार की सरकार क्या कर रही है.
सीधे तौर पर सरकार में बैठे लोग जिम्मेदार हैं
उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों में बिहार के छात्रों के साथ बिहारियों के साथ चाहे बीजेपी शासित राज्य हो चाहे अन्य राज्य हो. वहां जो घटना घट रही है इसके लिए सीधे तौर पर सरकार में बैठे लोग जिम्मेदार हैं. हम इसकी कड़ी भर्त्सना करते हैं और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं. दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई कर्नाटक की सरकार करेगी.