नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में गुरुवार को रिकॉर्ड 64.66 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जो 1951 के बाद से सबसे अधिक है। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बिहार के मतदाताओं को इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए बधाई दी और कहा कि यह उत्साही भागीदारी भारत के चुनाव आयोग में जनता के विश्वास को दर्शाती है। उन्होंने चुनाव कर्मियों की पारदर्शिता और समर्पण की भी सराहना की।
पहले चरण में कुल 121 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हुआ, जिसमें 1,314 उम्मीदवार थे—1,192 पुरुष और 122 महिलाएं। 3.75 करोड़ मतदाता, जिनमें 1.98 करोड़ पुरुष, 1.76 करोड़ महिलाएं और 758 तृतीय-लिंग मतदाता शामिल हैं, 45,341 मतदान केंद्रों पर मतदान करने के पात्र थे। इसमें 36,733 ग्रामीण और 8,608 शहरी बूथ शामिल हैं।
शाम 7 बजे तक मुजफ्फरपुर (70.96%), समस्तीपुर (70.63%) और बेगुसराय (68.26%) ने सबसे अधिक मतदान दर्ज किया। पटना जिले में सबसे कम 48.69 प्रतिशत मतदान हुआ। दोपहर 3 बजे तक विभिन्न जिलों में मतदान प्रतिशत इस प्रकार था: भोजपुर 50.07%, बक्सर 51.69%, दरभंगा 51.75%, गोपालगंज 58.17%, खगड़िया 54.77%, लखीसराय 57.39%, मधेपुरा 55.96%।
चुनाव आयोग ने 320 मॉडल बूथ, 926 महिला-प्रबंधित और 107 दिव्यांग-प्रबंधित बूथ तैयार किए। सभी मतदान केंद्रों पर वास्तविक समय वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई। संवेदनशील और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मतदान सुरक्षा के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बलों की 15 से अधिक बटालियन तैनात की गईं।
बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण न केवल उच्च मतदान प्रतिशत के लिए याद रखा जाएगा, बल्कि यह भी साबित करता है कि राज्य में लोकतंत्र की भावना आज भी जीवंत है और मतदाता अपने अधिकारों का सक्रिय रूप से प्रयोग कर रहे हैं।









