जयपुर। झुंझुनूं जिले में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर-2026) अभियान को लेकर ब्लॉक लेवल ऑफिसर (बीएलओ) और बी-सुपरवाइजरों ने काम रोककर कलेक्ट्रेट पर धरना दिया। प्रारंभ में प्रतिदिन 50 गणना प्रपत्र जमा कर अपलोड करने का लक्ष्य था, जिसे बढ़ाकर पहले 100 और फिर 150 फॉर्म प्रतिदिन ऑनलाइन अपलोड करने का आदेश जारी कर दिया गया। बीएलओ का कहना है कि तकनीकी समस्याओं (एप का हैंग होना, क्रैश होना) और फील्ड में लंबे काम की वजह से एक दिन में 50-60 फॉर्म से अधिक अपलोड करना संभव नहीं है, 150 का लक्ष्य अवास्तविक है। मंडावा ब्लॉक में 134 बीएलओ को लक्ष्य पूरा न करने पर नोटिस जारी किए गए, जिसमें इस घोर लापरवाही बताया गया। बीएलओ ने इन शब्दों के इस्तेमाल को अपमानजनक बताया। सुपरवाइजर इलेक्शन वॉट्सएप ग्रुप पर आज किसी भी बीएलओ का अचीवमेंट 100 प्रतिशत से कम रहा तो ईआरओ/एईआरओ के तहत कार्रवाई होगी जैसा संदेश जारी किया गया, जिससे आक्रोश बढ़ गया। अंतिम तिथि 4 दिसंबर होने के बावजूद, बीएलओ पर 21 नवंबर तक काम खत्म करने का मौखिक दबाव बनाया जा रहा है। कई जगह लाभार्थियों के फोटो उपलब्ध नहीं हैं, और अधिकारी बिना फोटो के फॉर्म अपलोड करने को कह रहे हैं, जो नियमों के विरुद्ध है। कुछ बीएलओ को अपने खर्च पर फोटो खिंचवाकर लगानी पड़ रही है। एक बीएलओ ने चार रेलवे फाटकों को दिनभर में कई बार पार करने की कठिनाई बताई, जिससे काफी समय नष्ट होता है। दबाव और तनाव के बीच एक बीएलओ ने ग्रुप में लिखा, 4 दिसंबर तक जिंदा रहूंगा या नहीं, पता नहीं। धरने की सूचना पर एसडीएम कौशल्या बिश्नोई मौके पर पहुंचीं और प्रतिनिधि दल से बात की। इसके बाद में बीएलओ को जिला परिषद सभागार में बुलाकर एडीएम अजय आर्य ने उनकी समस्याएं सुनीं। एडीएम ने कहा कि सभी मुद्दों पर चर्चा कर बीएलओ को काम पर लगा दिया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि हमारा उद्देश्य समय पर कार्य पूरा कराना है, बाकी किसी तरह की समस्या नहीं रहने दी जाएगी।









