जयपुर | अगर आप भी सर्दियों के मौसम में गाजर का हलवा बड़े चाव से खाते हैं तो सावधान हो जाएं क्योंकि राजस्थान से आई एक खबर आप को हैरान कर सकती है| जी हां, जयपुर में गाजर का हलवा खाने से पुलिस मुख्यालय में तैनात करीब एक दर्जन पुलिसकर्मी बीमार पड़ गए. सभी को अलग अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया. यह घटना गांधीनगर मोड़ स्थित एक मिठाई की दुकान से मंगाए गए हलवे से जुड़ी है, जिससे खाद्य सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं |
क्या हुआ और कौन हुए प्रभावित?
पिंक सिटी जयपुर में एक पुलिसकर्मी के जन्मदिन के अवसर पर मिठाई की दुकान से गाजर का हलवा मंगवाया गया था. हलवा खाने के कुछ समय बाद ही पुलिसकर्मियों की तबीयत बिगड़ने लगी. बीमार होने वालों में दो एडिशनल एसपी, तीन सब इंस्पेक्टर, तीन एएसआई के साथ कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल शामिल हैं | सभी को एहतियातन निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों के अनुसार सभी की हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है, लेकिन फूड पॉइजनिंग की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता |
स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई और जांच
मामले की जानकारी मिलते ही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी प्रथम डॉक्टर रवि शेखावत सक्रिय हुए. उन्होंने बताया कि पुलिस मुख्यालय से सूचना मिलते ही एक मेडिकल टीम को अस्पताल भेजा गया. टीम ने बीमार पुलिसकर्मियों की स्वास्थ्य जांच की और प्रारंभिक कारणों का आकलन किया | साथ ही संबंधित मिठाई की दुकान पर फूड सेफ्टी विभाग की टीम भेजकर गाजर के हलवे के सैंपल लिए गए. इन सैंपलों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया गया है. रिपोर्ट आने के बाद फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स एक्ट के तहत आगे की कार्रवाई की जाएगी |
दुकान सील, लाइसेंस निरस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू
आईएफ मेडिकल हेल्थ ऑफिसर डॉ. रवि कुमार शेखावत ने बताया कि एहतियातन जिस मिठाई की दुकान से हलवा मंगाया गया था, उसे अस्थायी रूप से बंद करा दिया गया है | इसके साथ ही दुकान का लाइसेंस निरस्त किए जाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है | प्रशासन का कहना है कि जांच रिपोर्ट के आधार पर सख्त कदम उठाए जाएंगे ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों. इस घटना ने आम लोगों के बीच भी चिंता बढ़ा दी है और खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता व स्वच्छता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं |









