CG News: राजनंदगांव के नंदई चौक क्षेत्र में हनुमान जी की प्रतिमा हटाने को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया. हिंदू संगठनों का आरोप है कि कुछ असामाजिक तत्वों ने प्रतिमा को मोहरा नदी में विसर्जन के बहाने ले जाकर हटा दिया था. जब यह बात हिंदू संगठनों को पता चली तो उन्होंने तुरंत विरोध जताया और चौक पर एकत्र होकर हंगामा शुरू कर दिया. इसके बाद इलाके में स्थिति तनावपूर्ण हो गई और मौके पर पुलिस को पहुंचकर मामला शांत कराना पड़ा.
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, कुछ लोगों ने प्रतिमा को विसर्जित करने की कोशिश की. उसी दाैरान किसी स्थानीय व्यक्ति ने यह सूचना हिंदू संगठनों को दी कि यही मूल प्रतिमा है जिसे हटाया गया है. इस पर बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में नंदई चौक पर पहुंच गए.
उन्होंने प्रतिमा को वापस लाने और पुनः स्थापित करने की मांग की. हिंदू संगठनों का कहना था कि यह प्रतिमा वर्षों से चौक पर स्थापित थी और इसे जानबूझकर हटाने की साजिश रची गई, जो धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली है.
पुन: स्थापित की गई प्रतिमा
विवाद बढ़ता देख पुलिस बल तैनात किया गया. स्थानीय प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की मध्यस्थता से तत्काल प्रतिमा को वापस लाया गया और विधि-विधान और पूजा-अर्चना के साथ हनुमान जी की प्रतिमा को मूल स्थान पर पुनः स्थापित किया गया.
बजरंग दल के जिलाध्यक्ष और विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने कहा कि असामाजिक तत्वों द्वारा मूर्ति हटाने का प्रयास किया गया था, जो सहन नहीं किया जाएगा. उन्होंने प्रशासन से ऐसे तत्वों पर सख्त कार्रवाई की मांग की.
सांप्रदायिक हिंसा के लिए रची गई साजिश
वहीं स्थानीय निवासियों का कहना है कि नंदई चौक पर हनुमान जी की प्रतिमा लंबे समय से आस्था का केंद्र है और इसे हटाने का कोई औचित्य नहीं था. कुछ लोगों ने इसे सांप्रदायिक साजिश करार दिया, जबकि अन्य ने इसे गलतफहमी बताया. पुलिस ने दोनों पक्षों से बातचीत कर मामला शांत कराया.









