Bihar Defence Corridor Plan विधानसभा चुनाव में दिए गए वादों को धरातल पर उतारते हुए एक बड़ा कदम माना जा रहा है। चुनाव प्रचार के दौरान जहां कट्टा और बंदूक की राजनीति खूब चर्चा में रही, वहीं अब सत्ता में लौटने के बाद एनडीए सरकार ने बिहार को टेक्नालॉजी और रक्षा उत्पादन का हब बनाने की योजना पर तेजी से काम शुरू कर दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रचार के दौरान बिहार में डिफेंस, टेक्नोलॉजी और विनिर्माण सेक्टर को मजबूत करने का जो वादा किया था, उसकी दिशा अब स्पष्ट दिखाई दे रही है।
डिफेंस कॉरिडोर के तहत ऐसी आधुनिक विस्फोटक निर्माण फैक्ट्रियां स्थापित की जाएंगी, जिनका उपयोग चीन और पाकिस्तान तक के सैन्य अभियानों में भी किया जा सकेगा। इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत राज्य के लगभग हर जिले में फैक्ट्रियां स्थापित होंगी। साथ ही, सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग पार्क और ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स भी बनाए जाएंगे, जिससे इंटरनेशनल स्तर पर रिसर्च और डेवलपमेंट को बढ़ावा मिलेगा।
पहले चरण में गया, नालंदा, औरंगाबाद, बक्सर, भोजपुर, रोहतास, बिहटा, वैशाली और सीतामढ़ी जैसे जिलों को प्राथमिकता दी गई है। गया में बारूद निर्माण प्लांट, नालंदा में बड़ी ऑर्डनेंस फैक्ट्री, औरंगाबाद में हथियार फैक्ट्री, जबकि बिहार के कई जिलों में ड्रोन और इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स का उत्पादन किया जाएगा। कुल 38 जिलों में फैक्ट्रियों का विस्तार निर्धारित किया गया है।







