पंजाब के गुरदासपुर के अंतर्गत फतेहगढ़ चूड़ियां थाने के गांव अवान में बुधवार देर शाम दो गुटों बीच सरकारी गेहूं के वितरण को लेकर झगड़ा हो गया। इस दौरान गोलियां चलने से तीन लोग घायल हो गए। घायलों को फतेहगढ़ चूड़ियां के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने प्राथमिकता सहायता देने के बाद उनको गुरु नानक देव अस्पताल अमृतसर रेफर कर दिया। एसएचओ इंस्पेक्टर किरणदीप सिंह ने बताया कि गांव के गुरुद्वारा साहिब के निकट सड़क पर जब सत्ताधारी पार्टी के नेता जितेंद्र सिंह अपने साथियों सहित सरकारी गेहूं बांट रहे थे तो इस दौरान गांव के मौजूदा सरपंच अपने कुछ समर्थकों को साथ लेकर पहुंच गए।
दोनों गुटों के बीच हुआ झगड़ा
इस दौरान पुरानी रंजिश को लेकर दोनों गुटों में झगड़ा हो गया। इस झगड़े में कुलदीप सिंह पुत्र बावा सिंह, गुरकीरत सिंह पुत्र रविंद्र सिंह और लवजोत सिंह पुत्र जितेंद्र सिंह गोलियां लगने से घायल हो गए। पुलिस पार्टी घटनास्थल पर पहुंची और घायलों के बयान दर्ज करके अगले कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। खबर लिखे जाने तक पुलिस जांच में जुटी हुई थी।
गेहूं की दवाइयों पर झिड़काव अभियान जारी
उधर, कलानौर सीमावर्ती ब्लॉक कलानौर व डेरा बाबा नानक के अधीन आते विभिन्न गांवों के किसानों की ओर से गेहूं का अधिक झाड़ लेने के लिए विभिन्न दवाइयों की स्प्रे बड़े स्तर पर की जा रही है। पंप के साथ गेहूं की स्प्रे कर रहे मनजीत सिंह मन्ना, राणा वडाला बांगर, बलजीत सिंह आदि ने संयुक्त तौर पर बताया कि किसानों की ओर से गेहूं की फसल का अधिक झाड़ लेने के उद्देश्य से तेले की रोकथाम व गेहं के पौधों की ग्रोथ के लिए स्प्रे करवाई जाती है।
उनकी ओर से पिछले एक महीने से लगातार एक व्यक्ति की ओर से रोजाना 60 पंप स्प्रे की जाती है। एक पंप के 40 से 50 रुपये वसूल किए जा रहे है और प्रत्येक किसान एक एकड़ में चार पंप दवाई की स्प्रे करवा रहा है। उन्होंने बताया कि गेहूं की फसल की बल्लियां निकलनी शुरु होने के कारण किसानों की ओर से उस पर तेले की रोकथाम के लिए स्प्रे करवाने संबंधी बुकिंग करवाई जा रही है।