भाजपा के पश्चिमी यूपी के उपाध्यक्ष राजेश सिंघल के भाई कपिल सिंघल द्वारा लोगों को धमकाने के लिए गोरखपुर मठ के नाम से फर्जी कॉल कराने का मामला सामने आया है। इतना ही नहीं, कॉल करते समय मुख्यमंत्री का भी हवाला दिया जाता था। पुलिस ने इस मामले में काॅल करने वाले व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस इस मामले की बारीकी से छानबीन कर रही है, जिससे हकीकत सामने आ सके।
कई महीने पहले विपुल गुप्ता ने कपिल सिंघल के खिलाफ कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें कहा था कि कपिल सिंघल ने गोरखपुर मठ के नाम से फर्जी कॉल कराई। इस दाैरान विपुल को धमकी भी दी गई थी। पुलिस उस मामले को जोड़ते हुए जांच पड़ताल कर रही है।
एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि जो व्यक्ति कॉल करता था, उसके खाते में कपिल सिंघल ने रुपये भी भेजे हैं। रुपये देकर फर्जी कॉल कराई जा रही थी। छानबीन के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
एएसपी ने की स्क्रैप फैक्टरी की जांच, कई अहम सबूत मिलने का दावा
कैलादेवी थाना क्षेत्र के गांव रझेड़ा सलेमपुर में स्थित कपिल सिंघल की स्क्रैप फैक्टरी पर जांच पड़ताल के लिए सोमवार की शाम एएसपी श्रीश्चंद्र पहुंचे। उन्होंने बताया कि कई बिंदुओं पर छानबीन की जा रही है। आसपास के सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले जा रहे हैं।
यह भी शक है कि इस स्क्रैप फैक्टरी से कुछ माल हटाया भी गया है, क्योंकि कुछ सामान मौके पर नहीं मिला। वह सामान कहां गया, इसकी भी जानकारी नहीं मिल पा रही है। एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई का कहना है कि मेरठ की तरह संभल में भी अवैध तरीके से वाहन काटने की जानकारी मिलने पर यह कार्रवाई की गई है।
कई अहम सुबूत मिले हैं। अभी जांच पड़ताल जारी है। कपिल सिंघल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।यह फैक्टरी स्क्रैप आरआर एंड आर मैंटेक प्राइवेट लिमिटेड के नाम से है।