राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की कमान एक बार फिर मदन राठौड़ को मिली हैं. उन्हें बीजेपी ने दोबारा राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष बनाया है. बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में प्रदेश चुनाव प्रभारी विजय रूपाणी ने इसकी घोषणा कर दी है. राठौड़ के दोबारा प्रदेश अध्यक्ष बनने पर कार्यकर्ताओं ने मिठाई बांटकर खुशी मनाई. मदन राठौड़ को पीएम मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का बेहद करीबी माना जाता है.
मदन राठौड़ की दोबारा नियुक्ति को भाजपा की आगामी रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि वे पार्टी को मजबूत करने के लिए पूरी ईमानदारी से काम करेंगे और कार्यकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान करेंगे.
ऐसा कहा जा रहा है कि राठौड़ की नियुक्ति के जातिगत समीकरणों को संतुलित करने की कोशिश है. मदन राठौड़ की पहली बार प्रदेशाध्यक्ष पद पर 26 जुलाई 2024 को नियुक्ति हुई थी. ऐसे में उन्हें इस पद पर करीब 7 महीने का समय ही हुआ.
कौन हैं मदन राठौर?
राजस्थान के पाली जिले के मदन राठौड़ का जन्म 2 जुलाई 1954 को हुआ था. वे पहली बार साल 2003 में सुमेरपुर विधानसभा सीट से विधायक चुनकर आए थे. बाद में 2013 में एक बार फिर विधायक बने.
राजस्थान बीजेपी चीफ राठौर का नाता संघ से रहा है, यहां भी वे संगठन के लिए काम करते आए हैं. वे पाली जिले के करीब 4 बार बीजेपी जिला अध्यक्ष रह चुके हैं. राठौर साल 1972 से 1978 तक संघ प्रचारक भी रहे हैं. पार्टी ने अप्रैल 2024 में उन्हें राज्यसभा सांसद बनाया था.
टिकट कटने के बाद सामने आई थी नाराजगी
2014 से 2018 के बीच वह विधानसभा में भाजपा के उप मुख्य सचेतक भी रहे हैं. 2023 के विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने के बाद राठौर ने घोषणा की थी कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. हालांकि, उन्होंने यह कहते हुए अपना नाम वापस ले लिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद उन्हें फोन करके ऐसा करने के लिए कहा था. विधानसभा टिकट कटने के बाद उन्हें साल 2024 की शुरुआत में ही पार्टी राज्यसभा भेज दिया था.