जयपुर: आने वाले दिनों में राज्य में बहुमूल्य खनिजों के 122 ब्लॉक चिन्हित किए जा रहे हैं। जिन ब्लॉकों के लिए कंपोजिट लाइसेंस दिए जाएंगे, उनमें पहले खनिजों की खोज की जाएगी और फिर खनन किया जा सकेगा।
राजस्थान कीमती खदानों की नीलामी की ओर
देश में कीमती खनिज खदानों की नीलामी में अग्रणी राजस्थान जल्द ही सोना, तांबा, सिलिसियस अर्थ और चूना पत्थर की और खदानों की नीलामी करेगा। राजस्थान अभी कीमती धातुओं की 86 खदानों की नीलामी करके अग्रणी है। इन खदानों से राज्य सरकार को 50 साल में 2.65 लाख करोड़ की आय होगी। बताया जा रहा है कि 20 और खदानों की नीलामी से सरकार को 50 साल में करीब 1 लाख करोड़ रुपए का अतिरिक्त राजस्व भी मिलेगा। इससे निवेश को पंख लगेंगे।
निवेश को बढ़ावा
राजस्थान में 82 तरह के खनिज मौजूद हैं। इनमें से अभी 57 तरह के खनिजों का खनन हो रहा है। देश में प्रमुख खनिजों की नीलामी की प्रक्रिया 2016-17 से चल रही है। पहले साल राज्य में सिर्फ 3 खदानों की नीलामी हो सकी थी। यह दौर साल 2022-23 तक धीमा रहा, लेकिन 2023-24 से इसमें तेजी आ गई है।
चालू वर्ष में 32 खनन पट्टों और कम्पोजिट लाइसेंसों की नीलामी कर रिकॉर्ड 86 खदानों की नीलामी की जा चुकी है। अब 20 और खदानों की नीलामी प्रक्रिया शुरू हो गई है। पहले चरण में नीलाम की गई 86 खदानों में से 72 खदानों में खान विभाग, 12 में भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और 2 में खनिज अन्वेषण निगम लिमिटेड द्वारा खनिजों की खोज की गई थी।