भोपल। मध्य प्रदेश के भोपाल में सतपुड़ा भवन में एसी के कंप्रेशर के फटने से सोमवार शाम को लगी आग पर देर रात दिल्ली से आए वायुसेना की मदद से 16 घंटे के बाद काबू कर लिया गया है। मौके पर मौजूद भोपाल के जिला कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि सीआईएसएफ, सेना और अन्य एजेंसियों ने मिलकर आग बुझाने का प्रयास किया और इस पर काबू पा लिया गया है।
आग सतपुड़ा भवन के तीसरी मंजिल पर स्थित अनुसूचित जनजाति विभाग के आदिम जाति क्षेत्रीय विकास परियोजना के कार्यालय से शुरू हुई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार आग एक एसी के कंप्रेशर के फटने से शुरू हुई, लेकिन बहुत तेजी से तीसरी मंजिल स्थित अजजा के कार्यालय को अपनी चपेट में ले लिया। जब आग लगी, तेज हवा चल रही थी, जिसकी कारण आग बहुत तेजी से तीसरी मंजिल को चपेट में लेने के बाद चौथी, पांचवीं और छठवीं मंजिल को भी अपनी चपेट में लिया है। भीषण आग से सतपुड़ा भवन के तीसरी, चौथी, पांचवीं और छठवीं मंजिल में स्थित अजजा के साथ परिवहन और स्वास्थ्य संचालय के कार्यालय पूरी तरह से जलकर खाक हो गए हैं।
सतपुड़ा भवन के हर मंजिल पर भारी मात्रा में लकड़ी के बने पुराने फर्नीचर और अनुपयोगी दस्तावेज भी रखे हुए थे, जिसके कारण आग बहुत तेजी से फैलती चली गई। बहुमंजिला इमारत होने के कारण शुरुआत में सतपुड़ा भवन में आग बुझाने के प्रयास पूरी तरह से नाकाफी साबित हुए। इसके बाद नगर निगम और पुलिस की दमकालें ने आब बुझाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक आब चौथी, पांचवीं मंजिल को भी अपनी चपेट में ले लिया।
रात में आग काबू में नहीं आने की स्थिति में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात की और सेना की मदद मांगी। इसके बाद भोपाल से सेना के अधिकारी दमकल के साथ सतपुड़ा भवन पहुंचे और मोर्चा संभाला। देर रात वायुसेना के अधिकारी भी सतपुड़ा भवन पहुंच चुके हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात की, इसके बाद वायुसेना के मुख्यमंत्री चौहान ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात की । इसके बाद वायुसेना के एएन-32 विमान और एमआई-15 हेलीकाप्टर आग बुझाने के लिए दिल्ली से भोपाल भेजने का निर्णय लिया गया। देर रात एक बजे तक विमान भोपाल नहीं पहुंचे थे। वायुसेना के विमान और हेलीकॉप्टर ऊपर से पानी फेंककर आग बुझाने का प्रयास करेंगे। वायुसेना के विमानों के आने के कारण भोपाल एयरपोर्ट रात भर खुला रहेगा।
समिति करेगी जांच
सीएम ने आगजनी की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित कर दी है। यह समिति आग लगने के प्रारंभिक कारणों की रिपोर्ट मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को सौंपेगी। जांच समिति में एसीएस गृह डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास नीरज मंडलोई, प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग सुखबीर सिंह और एडीजी अग्निशमन आशुतोष राय को शामिल किया गया है।
कागज फाइलें जलकर हुई राख
आग बुझाने के लिए आधा सैकड़ा दमकलों को लगाया गया था, सेना के जवानों के साथ सीआईएसएफ, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के जवानों को भी आग बुझाने में लगाया गया था, पूरे सतपुड़ा भवन के कार्यालयों में अंदर कम्प्यूटर, प्रिंटर, एसी, फ्रीज, फर्नीचर और भारी मात्रा में कागज, फाइलें रखे होने से आग बुझती और फिर कुछ देर बाद भड़क उठती। जहां से आग बुझाकर बचावकर्मी आगे बढ़ते कुछ देर में फिर वहां आग सुलगने लगती। कार्यालयों में दीवारों पर भी लड़की और प्लॉईवुड का कार्य हुआ है, जिस कारण भी आग बुझाने में परेशानी आ रही है।