जबलपुर: इंदौर के सरकारी अस्पताल में चूहे के काटने की वजह से दो बच्चों की मौत का मामला अभी शांत ही नहीं हुआ था कि जबलपुर मेडिकल कॉलेज में चूहों का आतंक का एक मामला सामने आया है. जबलपुर के अस्पताल में भर्ती मरीज और उनके परिजनों को सोमवार की रात में चूहे ने काट दिया. अब मेडिकल कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि पेस्ट कंट्रोल कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के मानसिक रोग विभाग का मामला
सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के मानसिक रोग विभाग में भर्ती मरीज जगदीश मेहरा ने बताया कि वह नरसिंहपुर जिले से मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज करवाने के लिए आए थे. सोमवार रात वह सो रहा था. सुबह सोकर उठने पर उसने देखा कि उसके पांव में एक घाव बना हुआ है. उसे बिल्कुल एहसास नहीं है कि रात में कब चूहा उसके पैर में काट कर चला गया.
इसी तरह एक महिला मरीज ने भी जानकारी दी कि रात में वह सो रही थी. इस दौरान उसके पैर पर कुछ हरकत महसूस हुई. जब उसने उठकर देखा तो एक चूहा उसके पैर की चमड़ी को काट रहा था.
डीन ने कहा, अस्पताल अधीक्षक से तलब की गई है रिपोर्ट
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर नवनीत सक्सेना ने बताया "इंदौर में हुई घटना के बाद हम सतर्क हो गए थे. हमने अपने सभी विभागों में पेस्ट कंट्रोल से जुड़ी हुई चीजे लगा दी हैं. इनमें रेड किल, केक, गोलियां प्लेट सब कुछ रखी हुई है. लेकिन इसके बावजूद चूहे पकड़ में नहीं आ रहे हैं. हमने अस्पताल अधीक्षक से रिपोर्ट भी तलब की है कि हिदायत देने के बाद भी आखिर चूहे नियंत्रण में क्यों नहीं आए? हम पेस्ट कंट्रोल करने वाली बीडीएस नाम की कंपनी के खिलाफ कार्रवाई भी कर रहे हैं."
बता दें, इंदौर के महाराजा यशवंत राव चिकित्सालय में बीते दिनों दो नवजात शिशुओं को चूहों ने कुतर दिया था. इसके बाद दोनों की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. इस घटना के बाद राज्य भर में सरकारी अस्पतालों में चूहों को रोकने के आदेश दिए गए थे.