भोपाल । भोपाल नगर निगम परिषद की बैठक गुरूवार को होगी। इसमें मुख्य रूप से पांच मुद्दे उठेंगे और मंजूरी दी जाएगी। विपक्ष ने शहर सरकार को पानी, सड़कें, क्लोरीन गैस रिसाव, अतिक्रमण, चैंबर नहीं मिलने जैसे मुद्दों पर घेरने की रणनीति बनाई है तो वहीं 1 नवंबर को हुई भाजपा पार्षद दल की मीटिंग में कांग्रेसी पार्षदों को रोकने का प्लान तैयार किया गया। इसके चलते यह बैठक भी हंगामेदार होगी।
गुरूवार को होने वाली बैठक में सबसे महत्वपूर्ण लालघाटी से सुल्तानिया इन्फेंट्री लाइंस तक की सड़क का नाम शहीद ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह रखने का प्रस्ताव है। एमआईसी (मेयर इन कौंसिल) में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी जा चुकी है। बाकी मुद्दे 15 मेगा वॉट विंड पावर प्लांटन, गोंदरमऊ में जलप्रदाय आदि के हैं। जिन पर विपक्ष ने आपत्ति उठाई है। 15 मेगावॉट विंड पॉवर प्लांट की स्थापना के संबंध में एमआईसी की मंजूरी हो चुकी है। इसे भी परिषद की मीटिंग में रखा जाएगा। इसके बाद इसका काम शुरू होगा और मार्च-23 तक पूरा किया जाएगा। यह बनने के बाद हर साल करीब 8 करोड़ रुपए की बचत होगी। राजा भोज आवासीय परिसर योजना गोंदरमऊ में जलप्रदाय व्यवस्था के लिए पाइप लाइन बिछाए जाने का प्रस्ताव भी रखा जाएगा। जिसमें 14.69 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इनके अलावा वे विषय जिन्हें अध्यक्ष की अनुमति रहेगी, वे भी रखे जाएंगे।
नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी ने कहा कि बल्क कनेक्शन, अतिक्रमण, सड़क समेत कई विषय ऐसे हैं, जो हमने दिए थे लेकिन वे मीटिंग में नहीं रखे जा रहे। बावजूद मीटिंग में कांग्रेस पुरजोर तरीके से जनता से जुड़े मुद्दों को रखेगी। इससे पहले 5 सितंबर को परिषद की मीटिंग हुई थी। इसमें भी टैक्स के मुद्दे पर कांग्रेसी पार्षदों ने 'शहर सरकार' को घेरा था। उन्होंने अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी की आसंदी तक घेर ली थी। कई बार बीजेपी और कांग्रेसी पार्षद आमने-सामने हो गए थे। इसके बाद मीटिंग अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई थी। अब 3 नवंबर को दूसरी मीटिंग प्रस्तावित की गई है।
विपक्ष के हंगामें के बीच कई प्रस्तावों पर लगेगी मुहर
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