इंदौर। आमतौर पर लोग बस-कार, हाथी, घोड़े पर बारात निकालते हैं, लेकिन मध्य प्रदेश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में एक अनोखी बारात निकली। प्रेम और परंपरा के इस रचनात्मक उत्सव को जिसने भी देखा वह मंत्रमुग्ध हो गया। इंदौर के वाधवानी परिवार ने अपने बेटे अमोल वाधवानी की शादी के लिए साइकिल से बारात निकली, इस बारात के माध्यम से शहर में पर्यावरण, स्वास्थ्य और साइकिल चलाने को बढ़ावा देने का संदेश दिया गया।
वाधवानी परिवार को किसी तरह की आर्थिक परेशानी नहीं है बल्कि उनका तो पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने का प्रयास था। लाल और नीले रंग की साइकिलिंग जर्सी में सजी, दूल्हे की बारात लालबाग पैलेस से सुबह 6 बजे रवाना हुई और इंदौर की सड़कों से गुजरते हुए खालसा गार्डन खातीवाला टैंक तक पहुंची।
दुल्हन के घर के सामने मैदान पर साइकिलें भी इस प्रकार रखी गई कि ऊपर से देखने पर दूल्हा- दुल्हन के नाम का पहला अक्षर नजर आया। अमोल और डिंपल का साइकिल अपनाने का फैसला सदियों पुरानी भारतीय परंपराओं का सम्मान करते हुए फिटनेस और सेहत में उनके विश्वास का प्रतीक है। इंस्टाग्राम पर अपने अनूठे शादी के अनुभव को अमोल और डिंपल ने शेयर किया।
वाधवानी परिवार को उम्मीद है कि उनकी अनूठी शादी दूसरों को रचनात्मकता और स्थाई प्रथाओं को अपने उत्सवों में शामिल करने के लिए प्रेरित करेंगी, जिससे समाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
दूल्हे अमोल का कहना है कि मेरी कुछ अलग करने की कोशिश थी, लेकिन मेरे परिवार ने पूरा साथ दिया,. क्योंकि साइकिल से निकली बारात से कई परंपराएं पूरी नहीं हो पाईं, जैसे बारात में घोड़ी पर चलने और दरवाजे से उतरने की रस्म थी, लेकिन पर्यावरण बचाना है तो इस तरह के काम करने होंगे। पर्यावरण बचेगा तो मनुष्य का भविष्य सुरक्षित रह पाएगा। वहीं दुल्हन का कहना है कि ये अनोखा अनुभव था। मुझे बहुत अच्छा लगा।