बड़वानी। बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों सुर्खियों में चल रहे हैं। धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री पांच दिनों का अज्ञातवास पूरा कर लौट आए हैं। उन्होंने अपना दिव्य दरबार लगाना शुरू कर दिया है। हाल ही में वे अपना दिव्य दरबार मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले में लगाया है। जिसमें उन्होंने ने मुस्लिम सूफी संतों को मानने वालों पर तीखा प्रहार किया है।
हम सब मिलकर हिन्दू राष्ट्र बनाएंगे
उन्होंने कहा कि हमें मालूम है यहां बड़वानी जिले में धर्मान्तरण वाले, वली उल्लाह वाले कुछ घूम रहे हैं। उनकी ठठरी बननी थी इसलिए गुरुजी की प्रेरणा हुई और हम यहां आए, आप सब साथ दो हम सब मिलकर हिन्दू राष्ट्र बनाएंगे। हमें मालूम है यहां बड़वानी जिले में धर्मान्तरण वाले, वली उल्लाह वाले कुछ घूम रहे हैं। उनकी ठठरी बननी थी इसलिए गुरुजी की प्रेरणा हुई और हम यहां आए, आप सब साथ दो हम सब मिलकर हिन्दू राष्ट्र बनाएंगे।
जो हमेशा अपेक्षित रहे हैं, उनके बीच जाकर कथा करें
मीडिया ने उनसे धर्मांतरण से जुड़ा सवाल किया तो उन्होंने कहा कि अब हिन्दुओं में जागरुकता आ रही है। इतना ही नहीं, बालाजी की कृपा से बहुत जल्दी धर्मांतरण करने वालों की ठठरी बंध जाएगी। वहीं ईसाई मिशनरियों के धर्मांतरण करवाने पर उन्होंने कहा कि वनवासी क्षेत्रो में बागेश्वर धाम की कथा, भंडारा और टेंट की व्यवस्था निःशुल्क रहती है। पूरे भारत के व्यास पीठों से हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि, शहरों में कथा करने से धर्म नहीं बचने वाला, आओ हम वनवासियों के बीच में जाए। जो हमेशा अपेक्षित रहे हैं, उनके बीच जाकर कथा करें।
बारिश के चलते दरबार लगने में हुई देरी के बावजूद भी उनके भक्त भीगते हुए ही दरबार में बैठे रहे। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि अपरिहार्य कारणों और बारिश के चलते रात में देर से पहुंचे। बारिश में भी बड़वानी की जनता दरबार में भीगते हुए बैठी रही, यही भारत का सौभाग्य और सनातन धर्म की संस्कृति का प्रभाव है।