भोपाल। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक रविवार को दिल्ली में होने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में होने वाली इस बैठक में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान समेत अन्य चुनावी राज्यों में टिकट वितरण को लेकर चर्चा की जाएगी। बैठक में शामिल होने के लिए मध्य प्रदेश से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा समेत राष्ट्रीय पदाधिकारी दिल्ली पहुंचेंगे। इस बैठक में बीजेपी की चौथी सूची में शामिल होने वाले नामों पर अंतिम निर्णय लिया जाना तय माना जा रहा है।
4 अक्टूबर के बाद चुनावी राज्यों में आचार संहिता लागू होना तय
4 अक्टूबर के बाद मध्य प्रदेश समेत चुनावी राज्यों में आचार संहिता लागू होना तय है। इसके मद्देनजर अब तक तीन सूची जारी कर 79 प्रत्याशी घोषित कर चुकी भाजपा आचार संहिता लागू होने के पहले एक और सूची जारी कर सकती है। राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि तीन केंद्रीय मंत्रियों में समेत चार सांसदों को पिछली सूची में टिकट देकर चौंकाने वाली भाजपा आने वाली सूची में भी कुछ सांसदों को टिकट दे सकती है। राजनीतिक स्तर पर इसके कपास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा सांसदों को आगे बढ़कर किसी भी हाल में जीत हासिल करना चाहती है।
कुछ मंत्रियों और विधायकों के टिकट काटने की भी तैयारी
सूत्र बताते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 अक्टूबर को ग्वालियर आने वाले हैं और कल होने वाली बैठक के बाद जब पीएम मध्य प्रदेश से वापस लौटेंगे तो यह सूची जारी हो सकती है। राजनीतिक जानकारों द्वारा यह कयास इसलिए भी लगाया जा रहा है क्योंकि 25 सितंबर को भोपाल में जंबूरी मैदान में चुनावी सभा को संबोधित करने के बाद प्रधानमंत्री वापस लौटे थे तो उसी दिन बीजेपी ने नई सूची जारी कर दी थी। भाजपा की आने वाली सूची में कुछ मंत्रियों और विधायकों के टिकट काटने की भी तैयारी है।
इस बीच मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया द्वारा स्वास्थ्य खराब होने चुनाव लड़ने से इनकार करने पर यह कयासबाजी तेज हो गई है कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी बीजेपी चुनाव मैदान में उतार सकती है। गौरतलब है कि भाजपा द्वारा पहली सूची में 39 और दूसरी सूची में 39 नाम घोषित किया जा चुके हैं जिसमें दो विधायकों के टिकट काटे गए हैं। इसके बाद सिंगल नाम वाली भी एक सूची जारी की गई है। अब हारी हुई सीटों पर प्रत्याशी घोषित करने के साथ बाकी सीटों के बीच कैंडिडेट घोषित किया जा सकते हैं।