भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम आने में अब महज 3 दिन शेष बचे हैं। 3 दिसंबर को परिणाम आने के साथ यह तय हो जाएगा कि प्रदेश की सत्ता पर कौन काबिज होगा। बहरहाल परिणाम से तीन दिन पहले प्रदेश के प्रशासनिक सिस्टम में बड़ा फेरबदल हुआ है। गुरुवार को आयोजित कैबिनेट बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को विदाई दी गई। दो बार सेवावृद्धि के बाद इकबाल सिंह बैंस का कार्यकाल 30 नवंबर को समाप्त हो गया। इसके साथ ही वीरा राणा ने मुख्य सचिव का कार्यभार संभाल लिया।
CM ने कहा कि इकबाल सिंह बैंस ने अच्छा काम किया
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अपने लिए जिए तो क्या जिए। देश और समाज के लिए जीना ही जीना है। इन बातों को इकबाल सिंह बैंस ने साबित कर दिया। CM ने कहा कि मुख्य सचिव रहते इकबाल सिंह बैंस ने अच्छा काम किया। उनको जो काम सौंपे गए हैं उनको बिना काम और तनाव के पूरा किया। सीएम ने इकबाल सिंह बैंस की उपलब्धी गिनाते हुए कहा कि सीएम राइज स्कूल, आनंद विभाग, सिटीजन चार्टर उनकी उपलब्धी रही हैं।
प्रभारी मुख्य सचिव वीरा राणा ने बैंस को बधाई और शुभकामनाएं दी
वहीं, इकबाल सिंह बैंस ने अपनी विदाई पर भावक होते हुए कहा कि यह एक पड़ाव हैं, अंत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वह समाजहित में काम करते रहेंगे, जिससे सक्रियता बनी रहेंगी। बैंस ने अपनी उपलब्धी बताया। वहीं, प्रभारी मुख्य सचिव वीरा राणा ने बैंस को बधाई और शुभकामनाएं दी। वल्लभ भवन में बुलाई गई बैठक में सभी मंत्रियों के साथ सीनियर अधिकारियों को भी बुलाया गया था। कैबिनेट का कोई एजेंडा नहीं था। हालांकि कांग्रेस ने इस बैठक को लेकर आपत्ति जताई थी।
बैंस को 24 मार्च 2020 को मुख्य सचिव बनाया गया था
मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को 24 मार्च 2020 को मुख्य सचिव बनाया गया था। 30 नवंबर 2022 को सेवानिवृत्त होना था, लेकिन उनको 30 मई 2023 तक सेवावृत्ति दे दी गई। इसके बाद 6 महीने के लिए 30 नवंबर 2023 तक कार्यकाल बढ़ा दिया। इस बार फिर उनके कार्यकाल बढ़ने की चर्चा थी, लेकिन उनका कार्यकाल नहीं बढ़ा। इससे पहले मध्य प्रदेश की पहली महिला मुख्य सचिव के रुप में निर्मला बुच को नियुक्त किया गया था, मध्य प्रदेश सरकार में उनका कार्यकाल सिंतबर 1991 से जनवरी 1993 तक था।