खरगोन खरगोन हादसे में झुलसे लोगों के एमवाय अस्पताल पहुंचने का सिलसिला बुधवार सुबह सवा 11 बजे से शुरू हो गया था। एक-एक करके 17 घायल अस्पताल पहुंचे। इनमें से 12 की स्थिति अत्यंत गंभीर है। झुलसे लोगों को एमवायएच की पुरानी बर्न यूनिट में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। डाक्टरों की टीम मरीजों की स्थिति पर लगातार निगरानी बनाए हुए है। एमवायएच अधीक्षक डा. पीएस ठाकुर ने बताया कि झुलसे लोगों के अस्पताल पहुंचने से पहले ही सूचना के आधार पर उपचार की व्यवस्था कर ली गई थी। मरीजों के इलाज में विशेष टीम तैनात कर दी गई है। मरीजों के पहुंचने का सिलसिला करीब ढाई बजे तक चलता रहा। संभागायुक्त डा. पवन कुमार शर्मा और पुलिस महानिरीक्षक राकेश गुप्ता खुद व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए अस्पताल पहुंचे।
पांच मरीज 80 प्रतिशत से ज्यादा झुलसे
एमवायएच में जिन 17 मरीजों का उपचार चल रहा है उनमें से 12 की स्थिति अत्यंत गंभीर बनी हुई है। पांच लोग तो ऐसे हैं जो 80 प्रतिशत से ज्यादा झुलस गए हैं। हादसे में दो तरफ से मार पड़ी है। पहला तो आग की वजह से लोग झुलसे, दूसरा विस्फोट की वजह से भी उनकी स्थिति बिगड़ गई। डा. ठाकुर ने बताया कि ज्यादातर के शरीर का ऊपरी हिस्सा और कमजोर अंग झुलस गए हैं।
मंत्री सिलावट भी पहुंचे हाल जानने
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, संभागायुक्त डा. पवन कुमार शर्मा, पुलिस महानिरीक्षक राकेश गुप्ता हादसे की सूचना मिलते ही अस्पताल पहुंचे। संभागायुक्त पूरे समय अस्पताल में रहे और मरीजों का इलाज शुरू करवाया। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भी अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना।
हादसे में घायल हुए
मालू बाई वेरसिंह 40 वर्ष, रामसिंह मानसिंह 30, राहुल कनया 17, कमला कालू 30, नथु नानसिंह 40, मुन्ना भावसिंह 40, अनिल नथु 30, कनया तेरसिंह 35, मीरा बबलू 28, सपना गोरेलाल चौहान 30, बादल भावसिंह 12, सुरमा प्रकाश 30, रमेश पिता सुभाष 30, हीरालाल सरदार 30, लक्ष्मी गोरेलाल 15, शिवानी प्रकाश 11, राहुल गोरेलाल चौहान 14, गोरेलाल सेकड़िया 45, जगदीश गोरेलाल 27, कमला गोरेलाल 41 और संजय शोभाराम 10 शामिल हैं।