उज्जैन में विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में अव्यवस्थाओं के कारण श्रद्धालु परेशान हैं। शनिवार सुबह इंदौर से एक परिवार शादी की सालगिरह पर बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने उज्जैन आया था। बाबा महाकाल के दर्शन करने के दौरान परिवार के व्यक्ति ने अपना फोटो खींचना चाहा। वहां खड़े सिक्योरिटी गार्ड से इस बात लेकर विवाद हो गया। श्रद्धालु का कहना था कि उसे बाबा महाकाल के साथ एक फोटो खींच लेने दो। सिक्योरिटी गार्ड इस बात को लेकर नाराज था। उसने श्रद्धालु से विवाद किया। श्रद्धालु और सुरक्षा गार्ड में विवाद इतना बढ़ा कि श्रद्धालु ने सिक्योरिटी गार्ड को थप्पड़ मार दिया। इस पर सिक्योरिटी गार्ड ने अपने साथियों के साथ मिलकर श्रद्धालु की जमकर पिटाई कर दी।
महाकाल दर्शन करने पहुंचा था परिवार
इंदौर से पति-पत्नी अपनी तीन साल की बेटी के साथ बाबा महाकाल के दर्शन करने मंदिर पहुंचे थे। परिवार गणेश मंडपम से बाबा महाकाल के दर्शन कर रहा था। इस परिवार ने बाबा महाकाल के साथ जब सेल्फी लेने की कोशिश की। इस बात पर गार्ड ने उन्हें टोका। श्रद्धालु ने कहा कि अन्य लोग भी फोटो खींच रहे हैं। इस बात पर विवाद शुरू हो गया। गुस्से में श्रद्धालु ने गार्ड को एक थप्पड़ मार दिया। तब गार्ड ने अपने साथियों को बुलाया। सबने मिलकर श्रद्धालु की जमकर पिटाई कर दी। सुरक्षा गार्ड श्रद्धालु को मारते-पीटते मंदिर प्रांगण की चौकी तक ले गए। गार्ड और श्रद्धालु ने लिखित माफीनामा दिया, तब जाकर मामला शांत हुआ।
CCTV फुटेज हो रहा है वायरल
इस पूरी घटना का सीसीटीवी फुटेज वायरल हो रहा है। इसमें साफ दिख रहा है कि श्रद्धालु गणेश मंडपम से बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंचा, जहां उसका सिक्योरिटी गार्ड से विवाद हुआ। इसके बाद उसने सिक्योरिटी गार्ड को मारा। इसके बाद सिक्योरिटी गार्ड ने अपने साथियों के साथ मिलकर श्रद्धालु की जमकर पिटाई कर दी थी।
इस मामले में श्रद्धालु ने पूरी घटना पर माफीनामा लिखकर भले ही अपनी गलती मान ली हो लेकिन सवाल यह उठता है कि जब महाकाल मंदिर में मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध है तो फिर यह मोबाइल गणेश मंडपम् कैसे पहुंचा। श्रद्धालुओं की कई स्थानों पर चेकिंग होती है, लेकिन कहीं भी उसे रोका नहीं गया।
200 के अर्थदंड का है प्रावधान
बताया जाता है कि महाकाल मंदिर में यदि कोई श्रद्धालु मोबाइल लेकर पहुंचता है तो मंदिर में मोबाइल ले जाने पर उसके खिलाफ 200 रुपये अर्थदंड की कार्रवाई होती है। इसके बावजूद मंदिर के गणेश मंडपम तक श्रद्धालुओं का मोबाइल ले जाना यह बताता है कि मंदिर में मोबाइल ले जाने के नियमों का ठीक से पालन नहीं हो पा रहा है।