भोपाल। भोपाल क्राइम ब्रांच ने राजधानी भोपाल और आसपास के लोगों को आयुष्मान योजना के फर्जी कार्ड बनाकर देने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से जुड़े चार लोगों को करीब छह माह पहले भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। क्राइम ब्रांच ने चार और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों को पकडऩे के लिए पुलिस की टीमें बीते दस दिनों से दबिश दे रही थीं। पुलिस ने आरोपियों के बैंक खातों को भी फ्रीज करा दिया है, जिनमें करीब 15 लाख रुपए जमा हैं। आरोपियों ने आयुष्मान योजना के पूर्व जिला समन्वयक की लॉगिन आईडी का उपयोग कर फर्जी कार्ड बना रहे थे। ज्ञात हो कि क्राइम ब्रांच ने छह माह पहले धोखाधड़ी और अन्य धाराओ में मामला दर्ज कर जांच कर रही है। छह माह पहले भी क्राइम ब्रांच ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। अब तक कुल आठ आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं।
पूरे प्रदेश में बना रहे थे फर्जी कार्ड
डीसीपी क्राइम ब्रांच श्रुतिकीर्ति सोमवंशी के अनुसार 28 फरवरी 2023 को डॉ. आदर्श महेश शुक्ला महाप्रबंधक विधि आुष्मान भारत निरामय द्वारा क्राइम ब्रांच में शिकायत की थी। पूर्व जिला समन्वयक अनुराग श्रीवास्तव की लागिन आईडी का दुरुपयोग कर अपात्रों लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। इन फर्जी आयुष्मान कार्ड बनवाने लोगों ने इसका लाभ लेकर शासन को आर्थिक हानी पहुंचाई। इस मामले में भोपाल क्राइम ब्रांच ने शिवपुरी निवासी अनुराग श्रीवास्तव, प्रकाश पंथी, विकास दुबे और राहत खान गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसक बाद अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही थी। पुलिस ने अब सागर निवासी भरत पटेल, सीहोर निवासी केशव चौहान, रेहटी निवासी हितेश आसवानी और रेहटी निवासी आरिफ खान को गिरफ्तार किया है। पुलिस आने वाले दिनों में और आरोपियों की गिरफ्तारी कर सकती है।
विकास दुबे और भरत पटेल मास्टरमाइंड
क्राइम ब्रांच ने बताया कि पूर्व में गिरफ्तार विकास दुबे ने भरत पटेल के साथ मिलकर प्रदेशभर में करब 450 फजी आयुष्मान कार्ड बनाए हैं। इन कार्डों से सैकड़ों लोगों ने दवाएं कराकर सरकार को करोड़ों का नुकसान पहुंचाया है। इस पूरे फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड विकास दुबे और भरत पटेल हैं। गिरफ्तार आरोपी केशव चौहान को पुलिस ने राजस्थान की सीमा के पास से गिरफ्तार किया है। वह प्रदेश को छोड़कर राजस्थान फरार होने जा रहा था।