खंडवा । मध्य प्रदेश में आज राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का चौथा दिन है। शनिवार सुबह यात्रा मोरटक्का से शुरू होकर सात बजे तक यह बड़वाह पहुंच गई। बड़वाह में यात्रा को लेकर ज्यादा जोश नजर आया। यहां राहुल भी रास्ते में कई जगह लोगों से मिल रहे हैं। कहीं महिलाएं सिर पर कलश लेकर खड़ी दिखीं, तो कहीं बच्चे भारत माता और भगत सिंह के चरित्र में नजर आए। बड़वाह के काट कूट फाटा स्थित वृंदावन गार्डन में भारत जोड़ो यात्रा का चाय के लिए विश्राम हुआ। राहुल गांधी को देखने के लिए वृंदावन गार्डन के बाहर भारी भीड़ इकट्ठा हो गई है जिसे अंदर जाने से रोकने के लिए पुलिस को मशक्कत करना पड़ी। इस दौरान प्रियंका गांधी वाड्रा अपने पति राबर्ट वाड्रा और बेटे रेहान के साथ वापस रवाना हो गई हैं। यात्रा के मार्ग पर एक दिव्यांग युवक बीच रास्ते में बैठ गया। सुरक्षाकर्मियों के हटाने पर भी रास्ते से नहीं हटा। जब राहुल वहां से गुजरे तो उन्होंने कुछ देर उससे चर्चा की और आगे बढ़ गए।
टी ब्रेक में धक्का-मुक्की, दिग्विजय सिंह गिरे
भारत जोड़ो यात्रा में टी ब्रेक के दौरान धक्का-मुक्की में दिग्विजय सिंह गिर गए। यात्रा में शामिल होने के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल अपने मंत्रियों के साथ आज इंदौर पहुंचेंगे।
यात्रा मार्ग पर जंगल में कार में सोता मिला व्यक्ति
बड़वाह से मनिहार के बीच जंगल के रास्ते में एक व्यक्ति कार के स्टेरिंग पर सर रखकर बैठा था। पूछताछ करने पर जब उसने कोई जवाब नहीं दिया तो लोगों को लगा कि यह बेहोश हो चुका है। इस दौरान राहुल गांधी की यात्रा भी वहां तक आ पहुंची थी, हालांकि राहुल गांधी कुछ दूरी पर थे।पुलिसकर्मियों के साथ में वहां उपस्थित लोगों ने कार का कांच तोड़ने का प्रयास किया। तभी आवाज सुनकर व्यक्ति की नींद खुली तो सभी ने राहत की सांस ली।
यात्रा के दौरान मोरटक्का में राहुल गांधी ममता निषाद से मिले
ममता ने उन्हें नाविक की तस्वीर भेंट की। यात्रा में प्रियंका गांधी वाड्रा, कमल नाथ समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं। यात्रा मार्ग पर दोनों ओर राहुल गांधी को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ लगी हुई है। धूल न उड़े इसलिए मार्ग पर पानी का छिड़काव किया गया है। जैसे-जैसे यात्रा आगे बढ़ रही है और दिन चढ़ रहा है, इसमें और लोग शामिल होते जा रहे हैं। बड़वाह के बाहरी क्षेत्र में राहुल गांधी के स्वागत के लिए कई स्कूली बच्चे कुछ इस अंदाज में मौजूद थे। दरअसल स्कूल में वार्षिक उत्सव की तैयारियां चल रही थी। भारत जोड़ो यात्रा को देखकर बच्चे और शिक्षक बाहर आ गए।