छिंदवाड़ा । पिछले 40 साल से कांग्रेस का गढ़ बने छिंदवाड़ा में भाजपा के आक्रामक होते ही पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ और सांसद नकुल नाथ अपना घर बचाने में जुट गए हैं। पहले गाहे-बगाहे छिंदवाड़ा आने वाले कमल नाथ ने भी यहां दौरे बढ़ा दिए हैं। वे यहां प्रवास भी करने लगे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के एक दिवसीय प्रवास के ठीक पहले 19 से 22 मार्च तक वे जिले में ही रहे। उन्होंने कार्यकर्ताओं की बैठक ली। उन्होंने सौंसर विधानसभा क्षेत्र में बड़ी सभा भी की। अब 30 मार्च को नकुल नाथ छिंदवाड़ा पहुंचेंगे और आंचलकुंड में दादाजी के दरबार भी जाएंगे। शाह ने भी आदिवासियों के इस तीर्थ में माथा टेका था। भले विधान सभा चुनाव में अभी सात महीने हैं, लेकिन भाजपा ने कमल नाथ को उन्हीं के गढ़ में घेरने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को इस संसदीय सीट का प्रभार सौंपा गया है। गृह मंत्री अमित शाह सीधे तौर पर इस सीट को जीतने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा लगातार छिंदवाड़ा का दौरा कर रहे हैं। उधर, कांग्रेस कमल नाथ और नकुल नाथ के भरोसे ही मैदान में है। कांग्रेस ने यहां किसी अन्य बड़े नेता का कार्यक्रम अभी तक नहीं बनाया है। इसकी कोई योजना है, यह भी अभी सामने नहीं आया है। जो रणनीति दिख रही है, उसके मुताबिक कांग्रेस नेताओं का फोकस बड़ी रैली या सभाओं पर नहीं, बल्कि तहसील और ग्राम पंचायत स्तर तक सभा करने पर है। छिंदवाड़ा कांग्रेस का मजबूत गढ़ है, यहां लोकसभा सहित सातों विधायक और महापौर कांग्रेस के है। चर्चा में छिंदवाड़ा माडल – छिंदवाड़ा में चमचमाती सड़कें, स्किल डेवलपमेंट सेंटर, फुटवियर डिजाइन, ड्राइविंग सेंटर, गारमेंट व कंप्यूटर इंस्टीट्यूट जैसे संस्थानों में प्रशिक्षण देकर नौकरी के हिसाब से युवाओं को तैयार किया जाता है। यहां पढ़ने वाले ज्यादातर बच्चे गांवों से आते हैं।
इनका कहना है
भाजपा के केंद्र और राज्य स्तर के नेता लगातार दौरे कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने जिले को कोई सौगात नहीं दी। कमल नाथ पर जुबानी हमले किए जा रहे हैं, लेकिन इससे कांग्रेस को और फायदा ही हो रहा है।
– सुनील उइके, कांग्रेस विधायक, जुन्नारदेव
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत का अंतर कम हो गया था, इस बार भाजपा लोकसभा चुनाव और सातों विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज करेगी।
– विवेक बंटी साहू, जिला अध्यक्ष, भाजपा।