भोपाल। बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के पहले केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक बुलाकर चुनावी एजेंडे पर डिस्कसन करने के साथ आगामी रणनीति को लेकर निर्णय लिए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा समेत प्रदेश की चुनावी प्रबंधन व्यवस्था और चुनाव प्रभार संभालने वाले नेताओं की मौजूदगी में हुई इस बैठक में विधानसभा सीटों को लेकर केंद्रीय नेतृत्व के पास पहुंची रिपोर्ट्स पर भी चर्चा हुई है।
चुनावी जीत के लिए हर कदम फूंक-फूंककर रखना चाह रही है बीजेपी
पार्टी सूत्र बताते हैं कि इस बार बीजेपी चुनावी जीत के लिए हर कदम फूंक-फूंककर रखना चाह रही है। इसलिए समय से पहले ही चुनाव समिति की बैठक बुलाकर मध्यप्रदेश के आगामी चुनावी कार्यक्रम और चुनावी एजेंडे पर डिस्कसन किया गया। इस बैठक को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि जुलाई में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तीन दौरे एमपी में किए और पूरे चुनावी कार्यक्रम उनके देखरेख में हो रहे हैं लेकिन पीएम मोदी भी इस बैठक में शामिल हुए हैं, इसलिए बैठक के नए राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं।
बैठक में चुनावी रूपरेखा को लेकर चर्चा
बताया जाता है कि बैठक में आकांक्षी विधानसभा सीटों और कमजोर मानी जा रही अन्य सीटों पर कैंडिडेट्स के क्राइटेरिया पर भी डिस्कसन हुआ है। साथ ही दलित-आदिवासी सीटों पर और अधिक ध्यान केंद्रित किए जाने की बात कही गई है। बैठक में चुनावी रूपरेखा, जन आशीर्वाद यात्रा रूट और सितंबर में प्रस्तावित बड़े कार्यक्रमों को लेकर चर्चा की गई। सितम्बर के महीने में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मध्य प्रदेश में दौरे और प्रदेश कार्यसमिति की ग्वालियर में प्रस्तावित बैठक की तारीखों पर भी चर्चा हुई है।