भोपाल: कोरोना काल के दौरान जान गंवाने वाले संविदा कर्मचारियों के आश्रितों को सरकार अनुकंपा नियुक्ति देने पर विचार कर रही है. इसकी जानकारी विधानसभा में एक सवाल के जवाब में उप मुख्यमंत्री डॉ. राजेन्द्र शुक्ला ने दी है. उधर विधानसभा में परिवहन विभाग की बड़ी गड़बड़ी सामने आई है. एक सवाल के जवाब में सरकार ने बताया है कि प्रदेश के भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर संभागों में दौड़ रहे यात्री वाहन और माल वाहनों पर मासिक और त्रैमासिक मोटरयान कर का 2474 करोड़ रुपए बकाया है.
मृतकों के परिजनों को मिलेगा फायदा
प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक चौधरी सुजीत सिंह ने कोरोना काल में मृत कर्मचारियों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति दिए जाने का मुद्दा उठाया था. उधर सवाल के जवाब में उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला ने कहा कि "इस मामले में विचार किया जाएगा, लेकिन जिन्हें 50 लाख रुपए इंश्योरेंस के रूप में मिल चुके हैं. उन्हें अनुकंपा नियुक्ति देना है या नहीं देना है, इस पर विचार किया जाएगा."
करोड़ों का बकाया, 34 हजार केस अटके
उधर विधानसभा में एक सवाल के जवाब में परिवहन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही समाने आई है. कांग्रेस विधायक बाला बच्चन के सवाल के जवाब में सरकार ने विधानसभा में जो जबाव दिया. उससे करोड़ों की लेनदारी सामने आई है. सरकार ने बताया कि मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर संभागों में चल रहे वाहनों पर टैक्स के रूप में 2474 करोड़ रुपए की लेनदारी बाकी है.
इसके अलावा इनमें से 34 हजार 523 ऐसे भी प्रकरण हैं. जिनमे 6 माह से ज्यादा समय से टैक्स की वसूली की जानी है. मंत्री उदय प्रताप सिंह ने बताया कि "यात्री वाहनों से मासिक मोटरयान की 425 करोड़ 16 लाख 43 हजार रुपए की राशि की वसूली इन चारों संभागों में की जानी है. मंत्री ने बताया कि वसूली के लिए वाहन संचालकों को नोटिस दिए जाते हैं और वाहनों से बकाया राशि की वसूली की जाती है.