तीन माह पहले महिला थाना में दर्ज कराई थी शिकायत, पुलिस ने करा दिया था समझौता
जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे तीनों मासूम
रीवा : ससुराल वालों की प्रताड़ना से तंग आकर एक महिला ने अपने तीन मासूम बच्चों को जहर खिलाने के बाद स्वयं जहर का सेवन कर लिया। समय रहते परिजनों को जानकारी होने पर उन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद चारों की हालत स्थिर बताई गई है।
मिली जानकारी के अनुसार निर्मला जायसवाल पिता बुद्धसेन जायसवाल 27 वर्ष निवासी सरदा का विवाह तरका (झरिया) ग्राम निवासी लीलामणि पिता हीरालाल जायसवाल के साथ 10 जून 2017 को हुआ था। शादी के बाद ही सास रज्जू जायसवाल तथा ननद पार्वती जायसवाल एवं पति लीलामणि जायसवाल के साथ मिलकर प्रताडि़त किया जा रहा था। कहा जाता था कि 60 हजार रुपये दिलवाओं दहेज में मोटर साइकिल देने को बोले थे लेकिन नही दिये।
मेरे द्वारा पिता से न कहने पर मारपीट करते थे। ससुराल वालों की लगातार प्रताडऩा से तंग आकर महिला द्वारा गत 21 जुलाई को महिला थाना सीधी में शिकायती आवेदन दिया गया था,जहां पुलिस द्वारा दोनो पक्षों को बैठाकर आपसी सुलह कराई गई थी। लेकिन कुछ दिन बाद से पुन: उसे प्रताडि़त किया जाने लगा। महिला थाना में दिये गए शिकायती आवेदन के अनुसार ससुराल वालों द्वारा उसके साथ अक्सर मारपीट की जाती थी। साथ ही दूसरी शादी भी कर लेने की धमकी देते हुये घर से बाहर निकाल दिया गया था।
उसके ननदोय रामकृपाल जायसवाल निवासी बहरी भी इन लोगो के साथ मिलकर गाली गलौंज करते हुए मारपीट किये एवं दूसरी शादी करा देने की धमकी दिये थे। ससुराल वालों की प्रताडऩा से तंग आकर निर्मला ने मंगलवार को तीन मासूम बच्चों शुभम (1 वर्ष), समन (2 वर्ष) तथा सत्यम (4 वर्ष) के साथ स्वयं जहर का सेवन कर लिया।
लेकिन इसकी भनक घर वालों को लग गई और सबको लेकर उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां सभी की हालत फिलहाल खतरे से बाहर बताई गई है, इधर घटना की जानकारी मिलने पर डीएसपी नारायण कुमरे सहित थाना प्रभारी बहरी अस्पताल पहुंचे और पीडि़ता सहित बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी ली।
ससुराल वालों पर दर्ज हुआ दहेज प्रताडऩा का मामला प्रताड़ना से तंग हुई महिला के जहर सेवन घटना के बाद परिजनों ने महिला सहित तीनो बच्चों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया,बहरी थाना प्रभारी पवन सिंह के द्वारा जिला अस्पताल पहुंचकर सभी के स्वास्थ्य की जानकारी ली गई है, सभी मरीजों को डॉक्टर द्वारा खतरे से बाहर बताया गया है। अभी तात्कालिक रूप से पीडि़ता ने जिसके-जिसके नाम बताये थे उनके ऊपर दहेज प्रताडऩा का मामला पुलिस द्वारा पंजीबद्ध कर लिया गया है।