भोपाल : कर्ज में डूबी मप्र सरकार मुख्यमंत्री और मंत्रियों के बंगलों में निर्माण कार्यों और बंगलों की साज-सज्जा व रंग-रोगन में खर्च करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। सरकार ने मुख्यमंत्री सहित 32 मंत्रियों के बंगलों में निर्माण कार्यों, साज-सज्जा, रखरखाव और रंग-रोगन पर पिछले दो साल में 36 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च कर दिए।
कांग्रेस विधायक मेवाराम जाटव के एक सवाल के लिखित जवाब में लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने यह जानकारी विधानसभा में दी। बताया गया कि नव निर्माण कार्य, अतिरिक्त निर्माण और साज- सच्जा पर सबसे ज्यादा खर्च मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बंगलों पर हुआ है। मुख्यमंत्री निवास बी-6, सिविल लाइन में नए कार्यालय भवन निर्माण कार्य व जल और विद्युतीकरण आदि कार्य पर 21 करोड़ 96 लाख रुपए खर्च किए गए। ऐसे ही मुख्यमंत्री निवास बी-6, सिविल लाइन में पार्किंग व साइट डेवलपमेंट निर्माण कार्य पर 40 लाख रुपए खर्च किए गए। मुख्यमंत्री चौहान को आवंटित बंगला बी-8, 74 बंगला में नए कार्यालय भवन के निर्माण कार्य पर 37.81 लाख खर्च किए गए। मुख्यमंत्री के बी-6, सिविल लाइन बंगले पर साज-सज्जा, अतिरिक्त निर्माण कार्य, विशेष मरम्मत, रखरखाव मरम्मत, रंग-रोगन पानी के बिल पर 2 करोड़ 16 लाख रुपए और 74 बंगले स्थित बंगले बी-8 पर उपरोक्त मदों में 1 करोड़ 26 लाख रुपए खर्च किए गए हैं। लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव को 74 बंगले में आवंटित बंगला बी-1 में उन्नयन एवं नवीनीकरण पर 55.85 लाख रुपए खर्च किए गए। इसके अलावा मंत्री भार्गव के बंगले पर साज-सच्जा पर 8.74 लाख, अतिरिक्त निर्माण पर 55 लाख रुपए, रखरखाव पर 4.36 लाख और रंग-रोगन पर 1.97 लाख रुपए खर्च हुए।
मंत्रियों में वित्त मंत्री के बंगले पर सबसे ज्यादा खर्च
कांग्रेस विधायक मेवाराम जाटव ने विधानसभा में प्रश्न पूछा था कि 1 अप्रैल 2020 से प्रश्न दिनांक तक मुख्यमंत्री और मंत्रियों के सरकारी बंगलों में सिविल कार्या में कितना खर्च किया गया? जवाब में मंत्री गोपाल भार्गव ने विधायक को इसकी सूची उपलब्ध कराई है। मंत्रियों की बात करें तो सबसे ज्यादा राशि वित्त मंत्री जगदीेश देवड़ा के बंगले पर खर्च की गई।
जगदीश देवडा, वित्त मंत्री का बंगला सी-5, 74 बंगला- कुल 85.38 लाख रुपए खर्च हुए। इसमें 50 लाख का अतिरिक्त निर्माण, 17 लाख का विशेष मरम्मत और साज-सच्जा पर 6.22 लाख खर्च हुए।
नरोत्तम मिश्रा, गृह मंत्री का बंगला बी-6, चार इमली- कुल खर्च हुए 84.43 लाख रुपए। इसमें साज सच्जा पर 1 लाख रुपए, अतिरिक्त निर्माण पर 78.62 लाख और रंग रोगन पर 4.75 लाख रुपए।
गोविंद सिंह राजपूत, परिवहन मंत्री का बंगला, सी-2, 74 बंगला- कुल खर्च 65.90 लाख रुपए, इसमें 1.99 लाख रुपए साज-सच्जा पर, 28.92 लाख रुपए अतिरिक्त निर्माण, मरम्मत पर 22.98 लाख, रखरखाव पर 11.39 लाख खर्च हुए।
सुरेश धाकड़, राच्य मंत्री का बंगला सी-8, 74 बंगला- कुल खर्च 60.02 लाख रुपए, इसमें 11.38 लाख साज-सच्जा पर, 21 लाख अतिरिक्त निर्माण, 26 लाख विशेष मरम्मत पर खर्च हुए।
भूपेन्द्र सिंह, नगरीय विकास मंत्री का बंगला बी-17, चार इमली-कुल खर्च 60.63 लाख रुपए। इसमें साज-सच्जा पर 2 लाख रुपए, 38.36 मरम्मत, 15.46 लाख रखरखाव पर और 4.75 लाख रुपए रंग-रोगन पर खर्च हुआ।
मोहन यादव, उच्च शिक्षा मंत्री का बंगला डी-टाईप विन्ध कोठी- कुल खर्च 60 लाख, इसमें 9.85 लाख रुपए साज-सच्जा पर खर्च हुए, 7.39 लाख अतिरिक्त निर्माण पर खर्च, 12.95 लाख मरम्मत कार्य, 26 लाख रुपए रखरखाव और 2.77 रंग रोगन पर खर्च हुए
डॉ. प्रभुराम चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री का बंगला बी-25, 74 बंगला – कुल खर्च 54.38 लाख रुपए, इसमें 1.74 लाख साज-सच्जा पर, 47.98 लाख मरम्मत पर, 2.57 लाख रखरखाव और 2.66 लाख रंग-रोगन पर खर्च हुए।
महेंद्र सिंह सिसौदिया, पंचायत मंत्री का बंगला बी-5, चार इमली- कुल खर्च-49.15 लाख, इसमें 21 लाख अतिरिक्त निर्माण, 20.47 लाख मरम्मत कार्य, 2 लाख रखरखाव और 4.75 रुपए रंग-रोगन पर खर्च हुए
ओम प्रकाश सखलेचा, एमएसएमई मंत्री का बंगला 7, सिविल लाइन – कुल खर्च 44.85 लाख, इसमें 8.18 लाख साज-सच्जा पर, 19.60 लाख मरम्मत पर, 4.38 लाख मरम्मत पर, 12.69 रंग-रोगन पर खर्च किया गया।
बिजली साज-सज्जा व बिजली बिल पर 5 करोड़ खर्च
दो साल में सीएम व मंत्रियों के बंगलों पर बिजली की साज-सज्जा और बिजली बिल पर 5 करोड़ से अधिक की राशि खर्च की गई। मुख्यमंत्री निवास पर दोनों मदों में 1 करोड़ 27 लाख रुपए और सीएम को आवंटित बी-8, 74 बंगला पर 27 लाख 60 हजार रुपए खर्च किए गए। बिजली साज-सज्जा और बिजली बिल पर मंत्री गोपाल भार्गव के बंगले पर 46 लाख, मंत्री जगदीश देवड़ा के बंगले पर 16.82 लाख, मंत्री भूपेंद्र सिंह के बंगले पर 23.92 लाख, मंत्री कमल पटेल के बंगले पर 29.68 लाख, मंत्री विजय शाह के बंगले पर 17.81 लाख रुपए, मंत्री इंदर सिंह परमार के बंगले पर 18 लाख, मंत्री हरदीप सिंह डंग के बंगले पर 16 लाख, मंत्री रामकिशोर कांवरे के बंगले पर 10.84 लाख व मंत्री सुरेश धाकड़ के बंगले पर 19 लाख रुपए खर्च किए गए।