भोपाल: मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री प्रहलाद पटेल के 'भीख' वाले बयान के बाद आई सियासी सुनामी के बाद अब समाज से भी इस बयान पर बवाल खड़ा हो रहा है. प्रहलाद पटेल जिस समाज से आते हैं, उस लोधी समाज ने कहा है कि मंत्री समाज को भिखारी न समझे. यही वह समाज है जिसमें से देशभक्त और वीरांगनाएं आती हैं. अखिल भारतीय लोधी राजपूत कल्याण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष महेश नरवरिया ने कहा "मंत्री पटेल को समाज से माफी मांगनी चाहिए. अगर आवेदन के जरिए कोई अपनी समस्या सरकार का प्रतिनिधि होने के नाते आपसे साझा करता है, तो उसे भीख समझने की गलती न करें."
लोधी समाज ने प्रहलाद पटेल से माफी की मांग की
राजगढ़ के सुठलिया में मंत्री प्रहलाद पटेल ने जिस कार्यक्रम में भिखारी वाला बयान दिया. वो कार्यक्रम उसी लोधी समाज का था. जिस समाज से प्रहलाद पटेल खुद आते हैं. अब लोधी समाज अपने इस नेता के बयान से खासा नाराज है. महेश नरवरिया ने मांग की है कि मंत्री प्रहलाद पटेल अपने इस बयान को लेकर माफी मांगे. नरवरिया ने कहा "प्रहलाद पटेल हमारे समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं. आपको समाज ने नेता बनाकर भेजा है. समाज की बदौलत आप मंत्री बने हैं, तो आपका दायित्व है कि आप समाज की समस्याओं का निदान करें.अगर समाज को लेकर संवाद स्थापित करने या अपनी किसी समस्या को लेकर आवेदन के माध्यम से अपनी बात रखते हैं, तो इसे आप भीख कैसे कह सकते हैं. पूरा लोधी समाज मंत्री प्रहलाद पटेल के इस बयान की निंदा करता है. हम मांग करते हैं कि वे इस बयान को लेकर प्रदेश ही नहीं देश भर में फैले लोधी समाज से अविलम्ब माफी मांगे.
मंत्री प्रहलाद पटेल ने क्या कहा था
दरअसल, मध्य प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल रविवार को राजगढ़ जिले के सुठालिया में वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे. उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा था, "अब तो लोगों की सरकार से भीख मांगने की आदत पड़ गई है. नेता आते हैं तो एक टोकरी तो उनको कागज मिलते हैं. मंच पर माला पहनाएं और एक कागज पकड़ा देंगे यह अच्छी आदत नहीं है.लेने की बजाए देने का मानस बनाएं. मैं दावे से कहता हूं कि आप सुखी होंगे और एक संस्कारवार समाज को खड़ा करेंगे. यह भिखारी की फौज इकट्ठा करना यह समाज को मजबूत करना नहीं है. समाज को कमजोर करना है. मुफ्त की चीजों के प्रति जितना आकर्षण रखते हैं यह वीरांगनाओं का सम्मान नहीं है."
'मेरी पार्टी और नेतृत्व पर सवाल खड़ा न करें'
प्रहलाद पटेल ने अपने बयान पर उठे बवाल पर कहा कि "ये पार्टी का कार्यक्रम नहीं था. मेरे समाज का कार्यक्रम था. ऐसे में मेरी पार्टी को मेरे नेतृत्व पर सवाल खड़ा करना गलत है. जीतू पटवारी इसके लिए मेरे नेतृत्व से क्षमा मांगे. कार्रवाई की बात है तो जो मंच पर कांग्रेसी थे उन पर कार्रवाई करें." प्रहलाद पटेल ने कहा "मेरा बयान मेरे समाज से की गई अपनी बात थी जो मैं बरसों से करता रहा हूं और करता रहूंगा. स्वाभिमान से समाज को खड़ा करना अपराध नहीं है."
लोधी समाज की एमपी में ताकत
जिस समाज के कार्यक्रम में प्रहलाद पटेल ने भीख वाला बयान दिया है. उमा भारती से लेकर प्रहलाद पटेल तक इस समाज का सियासी तौर पर अच्छा खासा दबदबा है. मध्य प्रदेश के 40 जिले ऐसे हैं जहां इस समाज का प्रभाव है. इनमें सबसे ज्यादा बुंदेलखंड फिर ग्वालियर चंबल, मालवा का इलाका है. लोकसभा की 29 सीटों में से 13 पर लोधी समाज का दबदबा है. इसी तरह से विधानसभा की 65 सीटें लोधी बाहुल्य हैं.