कुबरेश्वर धाम : हाल ही में कुछ न्यूज़ पोर्टल में खबर देखी की इंदौर के किसी व्यक्ति द्वारा श्री कुबेरेश्वर धाम, सीहोर एवम् प्रशासन के विरुद्ध एक करोड़ का दावा किया जा रहा है तथा जिसके लिए कानूनी तौर पर नोटिस भेजे जाने का उल्लेख किया जा रहा है। मध्यप्रदेश के सीहोर जिला मुख्यालय पर 16 फरवरी से 22 फरवरी तक चले रुद्राक्ष महोत्सव को लेकर रोज नए मामला सामने आ रहे है. अब इंदौर के एक मां-बेटे ने सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा के नाम एक करोड़ रुपए हर्जाने का नोटिस भेजा है. मां-बेटे का आरोप है कि 16 फरवरी को रुद्राक्ष महोत्सव में आई भीड़ की वजह से हाईवे पर लगे जाम के कारण 20 घंटे भूखे प्यासे ही परेशान होना पड़ा था. इंदौर निवासी मां-बेटे ने वकील के माध्यम से हर्जाने का नोटिस दिया है.
उपरोक्त संदर्भ में नरेंद्र शर्मा, अधिवक्ता और कुबरेश्वर धाम के भक्त से जब चर्चा हुई तो उन्होंने बताया की यह स्पष्ट है कि प्रथम दृष्टया यह दावा कानूनी रूप से कमजोर तथा आधारहीन प्रतीत हो रहा है। इसके बहुत से कारण बताएं हैं।
1. यह कि सीहोर पुलिस प्रशासन द्वारा 10 फरवरी 2023 को ही प्रेस के माध्यम से आमजन को सूचित कर दिया था कि 16 से 22 फरवरी 2023 तक कथा एवम् रुद्राक्ष वितरण आयोजन के कारण इंदौर सीहोर भोपाल को जाने वाले भारी वाहनों को देवास से वाया श्यामपुर होते हुए भोपाल आने की एडवाइजरी जारी की गई थी। तथा 15 तारीख की शाम ही देवास मार्ग पर पुलिस बेरीकेट्स भी लगाए गए थे। ऐसे में एहतियात को नजरंदाज करते हुए डाइवर्ट मार्ग से ना जाकर सीहोर मार्ग से जाना कहां से तर्कसंगत प्रतीत होता है।
2. यह की आयोजन स्थल पर आयोजन दिनांक से एक दिवस पहले ही सीहोर के आसपास ट्रैफिक जाम लगना शुरू हो गया था एवम् इससे संबंधित खबरें भी इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया में प्रकाशित होने लगी थीं, जो कि सूचना के रूप में उक्त मार्ग से नहीं जाने के लिए पर्याप्त कारण था।
3. यह कि उक्त खबर में उल्लेख है कि शिकायतकर्ता किसी मामले की सुनवाई के लिए भोपाल आने के लिए निकले थे परन्तु देर होने के चलते नहीं पहुंच सके। प्रश्न यह है कि ऐसे में माननीय न्यायालय से पक्षकार के अधिवक्ता द्वारा कारण बताकर अगली तारीख ली जा सकती थी और ऐसा किया गया होगा ये मेरा अनुमान भी है
तो इसमें एक करोड़ की क्या हानि हो गई, ये फिलहाल तो समझ से परे बात है।
4. यह की यातायात व्यवस्था के लिए श्री कुबेरेश्वर धाम मंदिर, सीहोर को अथवा पंडित श्री प्रदीप मिश्रा जी को दोषी ठहराना कितना न्यायोचित है। हालाकि इस बिंदु पर विस्तृत बात हमारे द्वारा नोटिस का अध्ययन करने के उपरांत की जाएगी।
रुद्राक्ष महोत्सव के चलते लगा था लम्बा जाम
बता दें कि राजधानी भोपाल के नजदीक सीहोर जिला मुख्यालय पर सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा ने चितावलिया हेमा गांव स्थित कुबेश्वर धाम पर रुद्राक्ष महोत्सव का आयोजन कराया था. यह आयोजन 16 फरवरी से 22 फरवरी तक चला था. आयोजन पहले ही दिन से अव्यवस्थाओं की चपेट में आ गया था. 16 फरवरी को लाखों की तादाद में श्रद्धालु आ पहुंचे थे, जिससे इंदौर-भोपाल हाईवे पूरी तरह से जाम हो गया था. चंद किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए लोगों को 9 से 10 घंटे तक इंतजार करना पड़ा था. इंदौर-भोपाल हाईवे पर करीब 30 किलोमीटर तक लंबा जाम लग गया था. इस जाम में हजारों लोग फंसे रहे.