सतना का रहस्यमयी ब्लड बैंक, एक शख्स पूरे महीने करता है ब्लड डोनेट, तीसरी दफे खुला राज

0
5

सतना : सतना के जिला हॉस्पिटल में एक नाम के व्यक्ति ने एक महीने में 3 बार ब्लड डोनेट किया. पकड़े गए खून के दलालों से इस मामले का खुलासा हुआ है. एक तरफ एचआईवी संक्रमण ब्लड चढ़ाने के मामले की जांच चल रही है तो दूसरी तरफ ब्लड माफिया पर शिकंजा कसा जा रहा है.

ब्लड बैंक में दलाली करने वाले 5 आरोपियों को एसडीएम ने स्टिंग ऑपरेशन कर पकड़ा है. इसमें दो के खिलाफ नामजद FIR भी की गई. एसडीएम ने बताया कि एक नाम से माह में कई बार ब्लड डोनेट करने वाले कुछ और नाम सामने आ सकते हैं.

ब्लड बैंक प्रभारी समेत 3 लोग सस्पेंड

सतना का सरदार वल्लभ भाई पटेल जिला हॉस्पिटल में चर्चा में है. यहां थैलेसीमिया बीमारी से जूझ रहे 6 मासूम बच्चों को एचआईवी संक्रमण ब्लड चढ़ा दिया गया. मामले की जांच चल रही है. ब्लड बैंक इंचार्ज, दो लैब टेक्नीशियन निलंबित कर दिए गए हैं. जांच टीम ब्लड बैंक का रिकॉर्ड खंगाल रही कि आखिर किस ब्लड डोनर के ब्लड से बच्चे एचआईवी पॉजिटिव हुए और इसके लिए कौन जिम्मेदार हैं.

एसडीएम ने स्टिंग ऑपरेशन में पकड़े दलाल

ब्लड की दलाली करने वाले 5 लोगों को सिटी एसडीएम राहुल सिलाडिया ने स्टिंग ऑपरेशन कर पकड़ा. सबसे पहले एसडीएम ने 18 दिसंबर 2025 को स्टिंग ऑपरेशन कर आम आदमी को ब्लड लेने का जरूरतमंद बनाया. उस व्यक्ति को जिला अस्पताल के सामने चाय का ठेला लगाने वाले एक व्यक्ति के पास भेजा. ठेला लगाने वाले का नाम रजनीश साहू है.

तब वह व्यक्ति चाय के ठेले वाले ने ब्लड लेने की बात और उसका चार्ज पूछा तो उसने करीब 5 हजार रुपए की बात कही. फिर एसडीएम द्वारा बिछाए गए जाल में खून के दलाल फंस गए.

खून के दो दलालों को जेल भेजा

कोतवाली थाने में ड्रग इंस्पेक्टर प्रियंका चौबे द्वारा खून के दलाल शिवम उर्फ विजय वर्मा उम्र 26 वर्ष एवं अंकित नामदेव उम्र 24 वर्ष के खिलाफ BNS की धाराओं के तहत मामला पंजीबद्ध कराया गया. दोनों आरोपी खून के दलालों को न्यायालय पेश किया गया, जहां से दोनों आरोपी सलाखों के पीछे पहुंच गए. CSP देवेंद्र सिंह चौहान का कहना है "एसडीएम राहुल सिलाडिया ने बड़ा खुलासा किया है. ब्लड डोनर के रूप में एक ही व्यक्ति के शिवम वर्मा ने एक महीने में 3 बार ब्लड डोनेट किया. ऐसे कई नाम सामने आ रहे हैं."

सीएमएचओ ने माना गंभीर लापरवाही

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज शुक्ला का कहना है "अभी एक ही व्यक्ति द्वारा कई बार एक महीने में ब्लड डोनेट करने के बारे में जानकारी सामने आई है. अगर ऐसा है तो यह बहुत बड़ी लापरवाही है. पूरी तह तक जांच की जाएगी."