21 लाख का चेक देख बदल गई नीयत, पार्टनर ने ही रच डाली धोखाधड़ी की साजिश

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बड़वानी: एनआरआई महिला के नाम से खाता खुलवाकर उसके साथ की गई धोखाधड़ी के मामले में एक बिजनेसमैन कपल और उनके मुनीम को गिरफ्तार किया गया है। यह तीनों करीब 10 महीने से फरार चल रहे थे। सेंधवा सिटी पुलिस के प्रभारी बी एस बिसेन ने बताया कि दुबई निवासी एनआरआई महिला (मूलतः खरगोन की निवासी) शुभा तुषार पाठक ने इस मामले में शिकायत की थी।

10 महीने से फरार थे सभी आरोपी

शिकायत पर एक्शन लेते हुए पुलिस ने सेंधवा के बिजनेसमैन अनंत तायल, उनकी वाइफ नमिता तायल और अकाउंटेंट रहमान को गिरफ्तार किया है। उन्हें अदालत के समक्ष पेश किया गया, जहां से अनंत और रहमान को सेंधवा के उप जेल और नमिता तायल को बड़वानी स्थित केंद्रीय जेल भेजा गया है। यह तीनों नवंबर 2024 में केस दर्ज होने के बाद से ही फरार थे। इस मामले में यूको बैंक के मैनेजर आरके झा को पूर्व में ही गिरफ्तार किया जा चुका था।

क्या है पूरा मामला
सिटी पुलिस के प्रभारी बीएस बिसेन ने बताया कि शुभा पाठक दुबई में रहने वाली एक एनआरआई हैं और वह श्रेयस सस्टेनेबल ट्रेडर्स की मालिक थीं, जो 2020-21 में बंद हो गया। शुभा के पति तुषार पाठक सेंधवा के व्यवसायी अनंत तायल के साथ साझेदार भी रहे हैं।

21 लाख का चेक हाथ लगा तो आया लालच

इस बीच, सुप्रीम टेक्समार्ट लिमिटेड लुधियाना ने बकाया राशि के लिए 'श्रेयस सस्टेनेबल ट्रेडर्स' को 21 लाख रुपये का एक अकाउंट पेयी चेक जारी किया। यह चेक अनंत तायल के हाथ लग गया और उसने विभिन्न दस्तावेजों और शुभा/शोभा पाठक के फर्जी हस्ताक्षरों के आधार पर, यूको बैंक सेंधवा के प्रबंधक की मिलीभगत से अपनी पत्नी के नाम से एक खाता खुलवा लिया।

नमिता तायल ने शुभा बन निकाली पूरी राशि

नमिता तायल ने खुद को शोभा/शुभा पाठक बताकर एक खाता खुलवाया और उसमें 21 लाख रुपये का चेक जमा करके राशि निकाल ली। इस दौरान शुभा के आयकर सलाहकार ने उसे इस नए खाते के ट्रांजेक्शन के बारे में पूछा और आयकर व जीएसटी से जुड़े भारी जुर्माने के बारे में बताया। इस पर शुभा ने ऐसे किसी खाते के बारे में अनभिज्ञता जताई और कहा कि वह पिछले 5-6 सालों से सेंधवा नहीं गई है और खाता खुलवाने के समय दुबई में थी।

शुभा ने खरगोन पुलिस को दी शिकायत

इस पर शुभा ने खरगोन कोतवाली पुलिस में शिकायत की, जिसने चारों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने यूको बैंक के सीसीटीवी कैमरे की जांच की और नमिता और उसके अकाउंटेंट रहमान को कई बार लेन-देन करते हुए देखा। शिकायत के समय उक्त खाते में 56 लाख 49 हज़ार 162 रुपये का लेन-देन पाया गया था।