इंदौर: क्राइम ब्रांच ने पिछले दिनों गुजरात से 2 आरोपियों को ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट के नाम पर ठगी करने के मामले में गिरफ्तार किया था. पकड़े गए आरोपियों ने इंदौर क्राइम ब्रांच को पूछताछ में जानकारी दी है कि वह चीन के रहने वाले एक व्यक्ति से जुड़े हुए थे और ठगी के रुपए वह चीन भेजते थे. फिलहाल इस मामले में चीन का कनेक्शन सामने आने के बाद काफी बारीकी से पुलिस के द्वारा जांच पड़ताल की जा रही है. इस पूरे मामले में अब तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
घटना का मास्टरमाइंड है मनीष
एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि "पिछले दिनों इंदौर के रहने वाले फरियादी के साथ 60 लाख रुपए की ठगी हुई थी. इस मामले में 2 आरोपी मनीष और अनुराग को गुजरात के सूरत से गिरफ्तार किया गया था. पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस को जानकारी दी थी कि इस पूरे घटनाक्रम में मास्टरमाइंड मनीष है.
कमीशन के आधार पर लोगों को जोड़ा
मनीष ने पुलिस को जानकारी दी थी कि "टेलीग्राम के माध्यम से एक ग्रुप में चीन के एक व्यक्ति से दोस्ती हो गई और उसके द्वारा ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट कंपनी के बारे में जानकारी दी गई. साथ ही यह भी कहा कि हमारे पास कैश रुपया, यूसडीटी में कन्वर्ट होता है. इसके बाद आरोपी मनीष ने अन्य लोगों से संपर्क किया और लोगों को कमीशन के आधार पर जोड़ता गया."
यूएसडीटी में कन्वर्ट कर चीन भेजे पैसे
मनीष ने जिन लोगों को जोड़ा उसमें से एक सिद्धेश्वर भी था. सिद्धेश्वर के अकाउंट में 10 लाख रुपए आए. मनीष के पास सिद्धेश्वर के बैंक अकाउंट का सारा डिटेल था, जिससे उसने 10 लाख रुपए निकाले और 9 लाख रुपए को यूएसडीटी में कन्वर्ट कर चीन भेज दिया. वहीं, 1 लाख रुपए उन लोगों में कमीशन के तौर पर बांट दिए, जिन्हें वह इस काम में जोड़ा था.
टेलीग्राम चैनल से हुई थी पहचान
मनीष ने पूछताछ में बताया कि "टेलीग्राम चैनल के माध्यम से चीन की व्यक्ति से जान-पहचान हुई थी. टेलीग्राम के माध्यम से ही वीडियो कॉल पर उससे बातचीत हुई थी. मनीष का मोबाइल जब्त किया गया है और पुलिस के द्वारा डाटा को रिकवर कर जांच की जा रही है. वहीं, इस मामले में चीन के व्यक्ति की भी जानकारी जुटाई जा रही है."









