भोपाल: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में एक बार फिर आस्था की लहर उमड़ पड़ी है. हालात ये हैं कि लोगों को महाकुंभ स्थल पर खड़े होने की जगह नहीं मिल पा रही है और प्रयागराज की ओर जाने वाली सड़कें आसपास के राज्यों तक बुरी तरह जाम हैं. सोमवार को सामने आई जानकारी के मुताबिक आज मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों से उत्तर प्रदेश जाने वाली सड़कों पर 30 से 50 किलोमीटर लंबा जाम लगा हुआ है. हालात ये हैं कि कई रास्तों पर लोग 10 घंटे से भी ज्यादा समय से एक ही जगह पर भूखे-प्यासे खड़े हैं. अब इस महाजाम को देखते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एमपी में बिगड़ते हालात को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. उत्तर प्रदेश से सटे एमपी राज्य में ट्रैफिक जाम की स्थिति शायद सबसे भयावह हो गई है।
यहां हालात ये हैं कि मुख्य सड़कों से लेकर गलियों तक उत्तर प्रदेश जाने वाले सभी रास्ते पूरी तरह से वाहनों से भरे हुए हैं. खासकर प्रयागराज जाने वाली सड़कों जैसे जबलपुर-कटनी-रीवा-सतना-सिवनी जिलों पर 30 से 50 किलोमीटर तक लंबा जाम लगा हुआ है। हजारों वाहन सड़कों पर बुरी तरह फंसे हुए हैं। बिगड़ते यातायात के हालात को देखते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अधिकारियों को श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही श्रद्धालुओं से प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा दिए जा रहे निर्देशों का सहयोग करने की अपील भी की गई है।
बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे ज्यादा परेशानी में
एमपी सीएम मोहन यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट कर लिखा- 'प्रयागराज महाकुंभ 2025 में शामिल होने जा रहे प्रदेश और अन्य राज्यों के श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या के कारण चाकघाट (रीवा) से जबलपुर-कटनी-सिवनी जिले तक यातायात प्रभावित होने के कारण मार्ग अवरुद्ध हो गया है, वाहनों में ज्यादातर बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।'
'श्रद्धालुओं को सुविधाएं मुहैया कराएं अधिकारी'
सीएम ने यह भी लिखा- 'इस क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी जिला प्रशासन और नगरीय निकाय अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निर्देशित किया गया है कि वे श्रद्धालुओं सहित सभी प्रभावित लोगों के लिए भोजन, पानी, उचित आवास, शौचालय और अन्य नागरिक सुविधाओं जैसी बुनियादी सुविधाओं की तत्काल व्यवस्था करें। सभी श्रद्धालुओं से मेरा विनम्र अनुरोध है कि आप भी यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने में प्रशासन का सहयोग करें।'