नरसिंहपुर नरसिंहपुर में नर्मदा के लिंगाघाट में सात दिन पहले डूबे डोभी निवासी युवक शिवम शर्मा का शव शनिवार को मगरया घाट के किनारे मिल गया। घटना के बाद से ही मृतक के स्वजन और परिचितों को उम्मीद थी कि शायद आशंका सच न हो लेकिन लोगों की उम्मीदों पर आशंका भारी पड़ी। सुबह करीब नौ बजे जैसे ही शव मिलने की सूचना मृतक के घरवालों को लगी तो पूरा माहौल पहले से ज्यादा शोकाकुल हो गया। होमगार्ड के अनुसार डोभी निवासी शिवम लिंगा घाट में जहां डूबा था। उससे करीब एक किमी दूर मगरया घाट है जो झिरी घाट से लगा है। डूबने के बाद तैराक दल द्वारा लिंगाघाट से ककरा तक लगातार खोजबीन की जा रही थी। लेकिन उसका कोई पता नहीं चल सका था। शनिवार की सुबह पता चला कि एक शव मगरया घाट के पास किनारे पड़ा है। जिसकी जांच की गई तो उसकी पहचान शिवम के रूप में हुई। शव लगातार पानी में रहने से फूल चुका था। जैसे ही शव बरामद होने की सूचना आसपास के ग्रामीणों को लगी तो मौके पर लोगों की भीड़ जमा होने लगी। वहीं पुलिस द्वारा मृतक के स्वजनों को सूचित किया गया। जिसके बाद मर्ग पंचनामा की कार्रवाई करने के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए स्वजनों को सौंपा गया।
गांव में रहा शोक का माहौल
मृतक शिवम अपने पिता रामेश्वर शर्मा का इकलौता पुत्र था। जिसके डूबने के बाद से ही गांव का माहौल शोकाकुल था और हर कोई यही उम्मीद-प्रार्थना कर रहा था कि वह सकुशल हो। लेकिन सातवें दिन उसका शव बरामद हुआ।अंतिम यात्रा जब निकली तो गांव के सभी वर्गों के लोगों ने शामिल होकर दिवंगत आत्मा के प्रति श्रद्धाजंलि दी और शोकाकुल स्वजनों के प्रति संवेदना जताईं। उल्लेखनीय रहे कि मकर संक्रांति के दिन मृतक अपने दोस्तों के साथ छत्तरपुर घाट नहाने गया था। जहां से नाव द्वारा वह दोस्तों के साथ नर्मदा के उस पार लिंगा घाट चला गया था जहां पर शिवम व उसका एक दोस्त डूबने लगा। जिसमें स्थानीय लोग दोस्त को बचाने में तो सफल हो गए। लेकिन गहरे पानी में जाकर शिवम लापता हो गया। जिसकी तलाशी के लिए होमगार्ड की 13 सदस्यीय टीम व एसडीआरएफ जबलपुर की पांच सदस्यीय टीम लगातार नर्मदा में पेट्रोलिंग कर तलाशी में जुटी थी।