बिहार की राजधानी पटना के मनेर विधानसभा क्षेत्र से आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने मनेर प्रखंड के पंचायत सचिव संदीप कुमार को कॉल किया और मृत्यु प्रमाण पत्र जल्द बनाने को लेकर के धमकी दी. धमकी मिलने के बाद इस मामले में प्रखंड सचिव संदीप कुमार ने पटना के एससी-एसटी थाने में भाई वीरेंद्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. अपनी शिकायत में संदीप कुमार ने बताया कि विधायक की धमकी से उनको डर लग रहा है. ऐसे में उनको सुरक्षा प्रदान की जाए.
पंचायत सचिव संदीप कुमार में एससी-एसटी थानाध्यक्ष को ये अर्जी दी और बताया कि वह बलुआ पंचायत में पंचायत सचिव के पद पर कार्यरत हैं. उनके पास मनेर प्रखंड के अंतर्गत आने वाला सराय पंचायत भी है, जो अतिरिक्त प्रभार में है. 26 जुलाई को शाम 5:30 बजे के करीब वह अपने प्रखंड कार्यालय में कार्य कर रहे थे, तभी उनके मोबाइल नंबर 9771121085 पर एक नंबर 9304614882 से कॉल आई.
मनेर विधानसभा से विधायक हैं भाई वीरेंद्र
कॉल करने वाले ने कहा कि मैं भाई वीरेंद्र जी बोल रहा हूं. पहले उनका फोन मेरे पास आया, जिसके कारण मैंने उनको पहचान में भूल कर दिया. पूरा पता पूछने पर वह जूता मारने जैसे शब्द का उपयोग कर धमकी देने लगे और अंत में दूसरा कुछ भी हो सकता है, कह कर धमकी दिए. भाई वीरेंद्र वर्तमान में मनेर विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं.
मृत्यु प्रमाण पत्र को लेकर किया था फोन
पंचायत सचिव संदीप कुमार ने इस बात की भी जानकारी दी कि मैंने उनसे पूछा कि क्या काम है? तो उन्होंने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए कहा कि रिंकी देवी के पते का मृत्यु प्रमाण पत्र अब तक क्यों नहीं बना है? संदीप कुमार ने अर्जी में कहा कि मुझे उनकी धमकी से असुरक्षा का आभास हो रहा है. भाई वीरेंद्र के विरुद्ध एससी-एसटी एक्ट के सुसंगत धाराओं के तहत कड़ी कार्रवाई करते हुए सुरक्षा प्रदान करने की कार्यवाही की जाए.
एससी-एसटी थाने में दी गई अर्जी
बता दें कि सोशल मीडिया पर एक ऑडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कथित तौर पर मनेर से आरजेडी के विधायक भाई वीरेंद्र, पंचायत सचिव से बात कर रहे हैं और उनका लहजा काफी तल्ख है. भाई वीरेंद्र के साथ बातचीत के दौरान पंचायत सचिव भी बातें कर रहे हैं. हालांकि TV9 डिजिटल इस वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है, लेकिन अब पंचायत सचिव के द्वारा एससी-एसटी थाने में दी गई अर्जी के बाद राज्य की राजनीति में यह मामला जोर पकड़ सकता है.
क्या विधायक पर होगी कार्रवाई- तेज प्रताप
विधायक और पंचायत सचिव के ऑडियो वायरल मामले में तेज प्रताप यादव की एंट्री हो गई है. तेज प्रताप यादव ने सीधे-सीधे अपने पिता की पार्टी पर ही उंगली उठाई है. तेज प्रताप ने फेसबुक पर अपने आधिकारिक प्रोफाइल से पोस्ट किया है कि क्या आरजेडी अपने विधायक भाई वीरेंद्र पर भी कार्रवाई करेगी? उन्होंने बाबा साहब अंबेडकर के आदर्शों के उलट एससी-एसटी समाज के खिलाफ शर्मनाक टिप्पणी की जान से मारने की धमकी दी.
तेज प्रताप ने यह भी लिखा है कि मुझे तो जयचंद की साजिश के तहत पार्टी से बाहर कर दिया गया. अब देखना है कि बवाल करने वालों पर भी पार्टी उतनी ही सख्ती दिखाएगी या नहीं? संविधान का सम्मान, भाषणों में नहीं आचरण में दिखना चाहिए.
परिवार और पार्टी से बाहर हैं तेजप्रताप
तेज प्रताप यादव किसी न किसी बात को चर्च में बने रहते हैं. कुछ दिन पहले अपने निजी जीवन को लेकर के तेज प्रताप यादव ने फेसबुक पर एक पोस्ट किया था, जिसके बाद राज्य की राजनीति में बवाल मच गया था. इस पोस्ट के बाद कड़े कदम उठाते हुए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने तेज प्रताप यादव को पार्टी से छह सालों के लिए निलंबित कर दिया था.