जनजातीय गौरव दिवस पर राष्ट्रपति मुर्मू का संदेश, महिलाएं समाज की धरोहर हैं

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 अंबिकापुर | अंबिकापुर में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि महिलाएं समाज की असली धरोहर हैं और उनके आगे बढ़ने से ही समाज का वास्तविक विकास संभव है. उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा के अदम्य साहस को याद करते हुए कहा कि उन्होंने अंग्रेजों का जीना मुश्किल कर दिया था. राष्ट्रपति ने कहा कि उस दौर में अंग्रेजों को केवल बिरसा मुंडा ही दिखते थे, क्योंकि उनके संघर्ष ने ब्रिटिश शासन की जड़ें हिला दी थीं. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपनी आदिवासी संस्कृति और परंपराओं को संरक्षण दें|

वहीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कार्यक्रम में आदिवासी युवाओं को सम्मानित किया और बिरसा मुंडा जयंती पर कई महत्वपूर्ण योजनाओं का शुभारंभ भी किया. उन्होंने विशेष रूप से परंपरागत उपचार पद्धति को आगे बढ़ाने के लिए वैद्यों से जुड़ी योजना शुरू की, जिससे ग्रामीण इलाकों में लोक चिकित्सा को नया प्रोत्साहन मिलेगा. कार्यक्रम के दौरान यह भी बताया गया कि राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद द्वारा दशक पहले गोद लिए गए बच्चे से भी मुलाकात की. यह उनका पिछले आठ महीनों में दूसरा छत्तीसगढ़ दौरा है, जिससे राज्य के प्रति उनकी विशेष जुड़ाव दिखाई देता है |

संस्कृति को प्रमोट की जरूरत

इसके अलावा, उन्होंने कहा कि आदिवासी संस्कृति और सभ्यता को प्रमोट करने की जरूरत है. क्योंकि यह बेहद खूबसूरत और सुंदर है. ऐसे कार्यकर्मों में मैं जब जाती हूं, तो जनजाति परिवार के लोगों से मुलाकात करती हूं. जनजाति महिलाओं से मुलाकात करने पर मुझे अच्छा लगता है. वहीं आगे कहा कि जनजाति समाज की संस्कृति और उनके विकास को प्राथमिकता से ध्यान देने की जरूरत है. शिक्षा, स्वास्थ्य, जल, जंगल, जमीन के साथ आदिवासी संस्कृति को मजबूत करने के लिए काम करने की जरूरत है|

नक्सलवाद की कमर टूटी-सीएम

इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि राज्य में आदिवासी क्षेत्रों की स्थिति तेजी से बदली है. उन्होंने बताया कि बस्तर सहित दूरस्थ इलाकों तक बिजली पहुंच चुकी है और नक्सलवाद की कमर काफी हद तक टूट गई है. CM ने कहा कि आदिवासी परिवारों तक लगातार राशन पहुंच रहा है और सरकार उनका जीवन बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. वहीं राज्यपाल रामेन डेका ने भी बिरसा मुंडा को नमन करते हुए कहा कि वे देश के महान वीर थे, जिनके संघर्ष और बलिदान को आज नई पीढ़ी गर्व के साथ याद कर रही है|