अजमेर। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने अजमेर में सैफ अली खाने पर हुए हमले पर कहा कि यह बड़ी बात नहीं है। इन पर हमले होते रहते हैं। अल्लाह का शुक्र है कि उनकी जान बच गई। दुआ है कि वह जल्द हो जाएं। इसके साथ ही ऐसी चीजें देश में न हो, जहां लोगों पर ऐसे हमले किए जाते हैं।
नेशनल कॉन्फ्रेंस और बीजेपी के एक होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह कभी नहीं हो सकता, हम कभी एक नहीं हो सकते हैं। जो नफरत फैलाते हैं, हम उनके साथ नहीं चल सकते। फारूक अब्दुल्ला शुक्रवार को दरगाह में जियारत करने अजमेर आए थे। उन्होंने कहा कि दरगाह आकर बहुत खुशी मिलती है। जम्मू कश्मीर के लोग हर मुश्किल से निकले हैं। 10 साल के जो मुश्किलात हैं, उनसे दूर रहें। इसे लेकर दुआ की है।
दरगाह की जियारत से पहले मीडिया से बातचीत में फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि यहां दुआ करने आया हूं कि हमारी रियासत ठीक रहे। अमन रहे, तरक्की हो और बर्फ पड़े। हमारे पहाड़ों पर बर्फ की बहुत कमी है, जिसकी हमें जरूरत है, क्योंकि पानी की कमी हो जाएगी। मुल्क में भी अमन-भाईचारा रहे, इसके लिए दुआ करूंगा।
राजौरी में अज्ञात बीमारी से 15 मौत पर उन्होंने कहा कि वहां एक वायरस फैला है। वायरस कौन-सा है, इसका पता लगाने का काम चल रहा है। दिल्ली चुनाव के सवाल पर उन्होंने कहा कि चुनाव आते रहते हैं और जाते रहते हैं। दरगाह विवाद मामले पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अयोध्या में भी यही कहा गया था कि यह राम की जन्म भूमि है। जब खोदा गया तब वहां कोई ऐसी चीज नहीं मिली। खुद आर्कियोलॉजी डिपार्टमेंट ने सुप्रीम कोर्ट में यह बयान दिया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के जजों ने कहा था, यहां के लोगों की अक्सरियत इस चीज को मानती है, इसलिए उनके इस आवास को राम मंदिर को दे रहे हैं। साथ में यह भी कहा था कि एक हिस्से में मस्जिद बनेगी। अजमेर दरगाह का मामला भी उच्च न्यायालय के पास है, मुझे उम्मीद है कि वह देखेंगे।
मुल्क में अमन-चैन हो, तरक्की हो, कश्मीर में खूब बर्फबारी हो ताकि…
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