राजस्थान में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने अब बीएससी नर्सिंग पेपर लीक की घटना को लेकर प्रदेश की भजनलाल सरकार पर निशाना साधा है। टीकाराम जूली ने इस संबंध में सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने एक्स के माध्यम से कहा कि राजस्थान में आरयूएचएस (राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय) के बीएससी नर्सिंग पेपर लीक की घटना ने एक बार फिर सरकार और प्रशासन की असफलता को उजागर किया है। यह घटना न केवल शिक्षा प्रणाली की खामियों को दर्शाती है, बल्कि लाखों मेहनती छात्रों के सपनों को तोडऩे का भी काम करती है।
पेपर लीक होने की सूचना 24 जनवरी को ही प्रशासन को मिल चुकी थी, लेकिन इसके बावजूद 48 घंटे तक पुलिस को जानकारी नहीं दी गई। यह देरी केवल लापरवाही नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार और मिलीभगत का संकेत देती है। सवाल उठता है कि आखिर इस देरी का कारण क्या था? और क्यों दोषियों को बचाने की कोशिश की जा रही है?
टीकाराम जूली ने इस संबंध में आगे कहा कि भाजपा सरकार, जिसने सत्ता में आने से पहले पारदर्शिता और शिक्षा सुधार के बड़े-बड़े वादे किए थे, वह अब युवाओं के भविष्य को सुरक्षित रखने में पूरी तरह विफल हो चुकी है। हर बार पेपर लीक जैसी घटनाएं यह साबित करती हैं कि इस सरकार की प्राथमिकता केवल दिखावे और प्रचार तक सीमित है।
सरकार से मांग करता हूं कि दोषियों की पहचान कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए
मैं इस घटना की कड़ी निंदा करता हूं और सरकार से मांग करता हूं कि दोषियों की पहचान कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। यह केवल एक पेपर लीक का मामला नहीं है, बल्कि राज्य के युवाओं के भविष्य के साथ बड़ा खिलवाड़ है। राजस्थान के लाखों छात्रों और उनके परिवारों का यह सवाल है कि कब तक भाजपा सरकार ऐसी घटनाओं पर आंखें मूंदे रहेगी? जनता को जवाब चाहिए, और यह सरकार अब जवाब देने से बच नहीं सकती। युवाओं के भविष्य को बचाने के लिए हमें मिलकर लडऩा होगा।