उत्तराखंड के नैनीताल में शुक्रवार को जंगल की आग ने विकराल रूप धारण कर लिया, जिससे आग की लपटें हाई कोर्ट कॉलोनी तक पहुंच गईं। आग पर काबू पाने के लिए नैनीताल प्रशासन ने वन विभाग के कर्मचारियों और सेना के जवानों को तैनात किया है। अगर स्थिति नियंत्रण से बाहर होती है तो हेलीकॉप्टर का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। आग के कारण नैनीताल से भवाली जाने वाली सड़क पर धुआं छाया हुआ है। वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई है।
नैनीताल जंगल की आग
हाई कोर्ट कॉलोनी पर खतरा: रिपोर्टों के अनुसार, नैनीताल के जिला मुख्यालय के पास लगी आग से पाइंस क्षेत्र में स्थित हाई कोर्ट कॉलोनी के निवासियों को खतरा है और यातायात भी प्रभावित हुआ है।
खाली घर जलकर खाक: पाइंस के पास एक पुराने और खाली घर में आग लग गई है। इससे हाई कोर्ट कॉलोनी को कोई नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन आग इमारतों के बहुत करीब पहुँच गई है।शाम से ही आग पर काबू पाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
सेना के ठिकानों पर खतरा: आग के पाइंस क्षेत्र के पास स्थित सेना के संवेदनशील ठिकानों तक पहुँचने की आशंका है।
नैनी झील में नौकायन पर रोक: नैनीताल प्रशासन ने जंगल की आग के कारण नैनी झील में नौकायन पर रोक लगा दी है।
42 कर्मचारी आग बुझाने में जुटे: नैनीताल के प्रभागीय वन अधिकारी चंद्रशेखर जोशी ने बताया कि आग बुझाने के लिए 40 मनोरा रेंज कर्मियों और दो वन रेंजरों को तैनात किया गया है।
24 घंटे में 31 घटनाएं: उत्तराखंड के वन विभाग ने कहा कि पिछले 24 घंटों में राज्य के कुमाऊं क्षेत्र में जंगल की आग की 26 और गढ़वाल क्षेत्र में 5 घटनाएं हुई हैं। आग से 33.34 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है।