Taj Mahal in Memory of Mother: मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज की याद में आगरा में ताज महल बनवाया था। ताज महल को दुनिया का सातवां अजूबा कहा जाता है। शाहजहां ने तो अपनी पत्नी के लिए इस खूबसूरत महल का निर्माण करवाया था। लेकिन तमिलनाडु के तिरुवरूर जिले से एक बेटा का ऐसा ही प्यार इस वक्त सुर्खियां बटोर रहा है। इस व्यक्ति का नाम अमरुद्दीन शेख दाऊद है और उसने दुनिया के सात आश्चर्यों में शामिल ताजमहल की एक प्रतिकृति बनवाई है, सिर्फ अपनी मां की यादों को जिंदा रखने के लिए।
बताया जा रहा है कि इस इमारत को बनाने में 5 करोड़ रुपये की लागत आई है। अमरुद्दीन शेख एक बिजनेसमैन हैं। अमरुद्दीन 4 बहनों के अकेले भाई हैं। उनके पिता का नाम अब्दुल कादर शेख दाऊद था, जो खुद भी चेन्नई के एक बिजनेसमैन थे और चमड़े का बिजनेस किया करते थे। हालांकि जब अमरुद्दीन छोटे थे, तभी उनका निधन हो गया था।
मां को प्रेम और शक्ति का प्रतीक मानते हैं
तिरुवरूर के रहने वाले अमरुद्दीन शेख दाऊद की मां जेलानी बीवी का निधन साल 2020 में हो गया था। अमरुद्दीन अपनी मां को बेइंतहां प्यार करते थे और वो इससे काफी सदमे में चले गए थे। दरअसल अमरुद्दीन की पिता की मौत 1989 में हो गई थी, तब से उनकी मां ने ही 5 बच्चों का पालन-पोषण किया। वे अपनी मां को प्रेम और शक्ति का प्रतीक मानते हैं क्योंकि उनकी मां ने पिता के छोटी उम्र में ही जाने के बाद भी दूसरी शादी नहीं की।
मां की याद में बनवा डाला ताज महल
साल 2020 में मां की मौत के बाद अमरुद्दीन ने उन्हें कब्रगाह के बजाय अपनी जमीन पर ही दफनाया और उनकी याद में एक स्मारक बनवाया। ड्रीम बिल्डर्स की मदद ने उन्होंने ताजमहल की प्रतिकृति बनवाइ। इसका निर्माण 3 जून, 2021 को शुरू हुआ था। इसमें 200 से ज्यादा मजदूरों ने काम किया और 8000 वर्गफीट में ताजमहल की प्रतिकृति बनाई। इस काम में साढ़े 5 करोड़ से ज्यादा रुपये खर्च हुए, ये पैसे उनकी मां छोड़ गई थीं। ताज महल की इस रेप्लिका को 2 जून से लोगों के भम्रण के लिए खोल दिया गया है।