बिलासपुर। शराब घोटाला मामले में केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) लगातार एक्शन मोड में है। शनिवार को 5 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद आखिरकार पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा को गिरफ्तार कर लिया। इस बात की जानकारी एजेंसी के अधिकारियों ने रविवार को दी। इसी कड़ी में अब शराब घोटाले में केंद्रीय जांच एजेंसी ने शनिवार को छत्तीसगढ़ के बड़े शराब कारोबारियों और डिस्टलर्स पर फिर शिकंजा कस दिया है। ईडी ने भाटिया वाइंस बिलासपुर के एक संचालक तथा केड़िया डिस्टलरी कुम्हारी के संचालक को बुलाकर पूछताछ के लिए बैठा लिया है। कई घंटे की पूछताछ के बाद रात करीब 9 बजे केड़िया वालों को ईडी दफ्तर से बाहर निकलकर जाते हुए देखा गया है। लेकिन भाटिया वाइंस की ओर से आए लोग इस समय तक ईडी दफ्तर से नहीं निकले थे।
बता दें कि, ईडी ने शराब घोटाले के सिलसिले में नई ईसीआईआर दर्ज कर ली है। यह सुप्रीम कोर्ट में इसी हफ्ते मनीलांड्रिंग का मामला रद्द होने के बाद किया गया है। एजेंसी के इस कदम से साफ समझ में आता है की वह आरोपियों को किसी भी हाल में बख्शने के मूड में नहीं है। ईसीआईआर नंबर 4-2024 के तहत ही आरोपियों को समंस जारी किए जा रहे हैं। इसी केस में पूर्व आईएएस टुटेजा और उनके बेटे का समंस जारी किया गया था।
डिस्टलरीज और बड़े शराब कारोबारी सिंडीकेट में शामिल
जानकारी के अनुसार, ईडी ने ईओडब्लू में जो एफआईआर दर्ज करवाई थी उसमें बड़े शराब कारोबारियों और डिस्टिलर्स का भी नाम है।
तीन-चार दिन में हो सकता है बड़ा एक्शन
ईडी ने दोनों शराब कारोबारी समूह के प्रतिनिधियों को शनिवार को सुबह ही बुला लिया गया था। जिस वक्त पूर्व आईएएस टुटेजा और बेटे यश को लेकर टीम ईडी दफ्तर में पहुंची, दोनों कारोबारी वहीं थे। यह अभी स्पष्ट नहीं है कि दोनों कारोबारियों के बुलावे के साथ पूर्व आईएएस को भी पूछताछ के लिए ले जाने का आपस में कोई संबंध है या नहीं। माना जा रहा है कि अगले तीन-चार दिन तक ईडी शराब घोटाले में जांच एजेंसी बड़ी कार्रवाई कर सकती है।