TCS Dispute: Tata Consultancy Services (TCS), भारत की सबसे बड़ी आईटी निर्यातक कंपनी, एक वायरल Reddit पोस्ट के बाद चर्चा में है। पोस्ट में दावा किया गया कि कर्मचारियों को “खराब प्रदर्शन” की धमकी देकर इस्तीफा देने के लिए दबाव डाला जा रहा है।
अचानक रिलीज़, तुरंत ईमेल, और HR का दबाव
पोस्ट करने वाले अनाम कर्मचारी ने बताया:
- प्रोजेक्ट मैनेजर और Resource Management Group (RMG) अचानक कर्मचारियों को प्रोजेक्ट से रिलीज़ कर देते हैं।
- कुछ ही मिनटों में आधिकारिक ईमेल आता है।
- इसके बाद allegedly HR कॉल कर दो दिन में इस्तीफा देने का दबाव डालती है, वरना खराब फीडबैक की धमकी।
कर्मचारी का दावा है कि उन्होंने पिछले सालों में लगातार उच्च प्रदर्शन बैंड पाया, फिर भी उन्हें इस्तीफा लेने को कहा गया। HR allegedly तीन महीने का वेतन ऑफर करता है और तुरंत निकासी प्रक्रिया पूरी कर दी जाती है, जिससे TCS की 90-दिन नोटिस नीति दरकिनार होती है।
नई बेंचिंग पॉलिसी भी विवाद में
- 12 जून 2025 को लागू नई बेंचिंग नीति में कर्मचारियों को सालाना 35 दिन तक बिना प्रोजेक्ट रहने की अनुमति है।
- कर्मचारियों को 225 बिलेबल दिन पूरे करने हैं।
- समय पर पुनर्नियुक्ति न होने पर कर्मचारी sidelined हो सकते हैं, जिससे पदावनति या निकासी का खतरा है।
विश्लेषक चेतावनी देते हैं कि हाल की छंटनी — 12,000 से अधिक नौकरियां (~2% वैश्विक कार्यबल) और कथित जोर-जबरदस्ती इस्तीफे TCS की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचा सकते हैं।
यूनियनों ने शुरू की कार्रवाई
कर्मचारी समूहों ने तुरंत कदम उठाया:
- Karnataka State IT/ITeS Employees Union (KITU) ने अवैध छंटनी का मामला दर्ज किया।
- NITES ने केंद्रीय सरकार से हस्तक्षेप की मांग की।
उनका कहना है कि यदि इस्तीफा दबाव में लिया गया, तो यह औपचारिक प्रक्रिया के बिना निकासी के बराबर है।
TCS Dispute: TCS की प्रतिक्रिया
अब तक कंपनी ने Reddit पोस्ट या आरोपों पर सीधे कोई टिप्पणी नहीं की है।
हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि TCS श्रम कानून का पालन करती है और कर्मचारियों के साथ निष्पक्ष व्यवहार करती है।