ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची के बयान पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पलटवार किया है। अपना एक बयान दोहराते हुए जहां ईरान को कड़े तेवर दिखाए, वहीं कई मीडिया हाउस को फटकार भी लगाई। ट्रंप ने कहा है कि ईरान के परमाणु ठिकाने अमेरिका की बमबारी में पूरी तरह ध्वस्त हुए हैं और अगर ईरान ने फिर से परमाणु संयंत्र शुरू किए या परमाणु बम बनाने की कोशिश की तो फिर से अमेरिका की ओर से हमले किए जाएंगे।
मीडिया हाउस के बारे में क्या कहा?
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि फर्जी खबरें फैलाने वाले न्यूज चैनल को तुरंत अपने फर्जी रिपोर्टर को बर्खास्त कर देना चाहिए। मुझसे और उन पायलटों से माफी मांगनी चाहिए, जिन्होंने ईरान के परमाणु ठिकानों को नष्ट कर दिया।
ईरान के विदेश मंत्री ने क्या कहा था?
बता दें कि अमेरिका के एक TV चैनल को दिए इंटरव्यू में ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने माना है कि अमेरिका की बमबारी में उनके परमाणु संयंत्रों को काफी नुकसान पहुंचा है, लेकिन वे अपना परमाणु कार्यक्रम जारी रखेंगे। बता दें कि पहली बार ईरान की तरफ से हमले में हुए नुकसान की बात को स्वीकार किया गया है। इसके बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने उन सभी मीडिया हाउस को आइना दिखाया, जिन्होंने यह खबर दिखाई थी कि ईरान के परमाणु संयंत्रों पर अमेरिकी हमले से कोई प्रभाव नहीं पड़ा।
अमेरिका ने किया था ईरान पर हमला
बता दें कि गत 12 जून को इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया था। इजरायल ने हमला इसलिए किया था, क्योंकि वह ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकना चाहता है। अमेरिका ने इजरायल के हमले का समर्थन किया था। ईरान ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए इजरायल पर हमला किया था। करीब 12 दिन दोनों देशों में जंग चली। अमेरिका ने ईरान को परमाणु हथियार न बनाने का वादा करने और सीजफायर करने को कहा, लेकिन ईरान ने बात नहीं मानी।
इस बीच अमेरिका ने भी ईरान के परमाणु ठिकानों पर बमबारी की। अमेरिकी सेना के हमले में ईरान के 3 बड़े परमाणु ठिकाने ध्वस्त हुए। जवाबी कार्रवाई करते हुए ईरान ने अमेरिका के सैन्य ठिकानों पर हमला किया। फिर अमेरिका ने ईरान को धमकी दी कि अगर ईरान ने फिर से परमाणु कार्यक्रम शुरू किया या परमाणु हथियार बनाए तो अमेरिका फिर ईरान पर हमला करेगा। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कतर की मध्यस्थता से ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर करा दिया।