इस्राइल और ईरान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। लगातार सातवें दिन दोनों ने एक-दूसरे पर हमले किया। इस्राइली सेना ने ईरान के अराक हैवी वाटर परमाणु रिएक्टर को निशाना बनाकर मिसाइल दागी। इसके जवाब ईरान ने इस्राइल के सोरोका अस्पताल पर हमला किया। हमले से अस्पताल में काफी नुकसान हुआ।
बृहस्पतिवार सुबह इस्राइल ने ईरान के अराक हैवी वॉटर परमाणु रिएक्टर पर हमला किया। हालांकि हमले से लोगों को नुकसान नहीं पहुंचा। एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि किसी भी तरह का विकिरण खतरा नहीं है। रिएक्टर को खाली करा लिया गया और नागरिक इलाकों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। इससे पहले इस्राइल ने चेतावनी दी थी कि वह परमाणु रिएक्टर पर हमला करेगा।
इसके जवाब में ईरान ने दक्षिण इस्राइल में सोरोका अस्पताल पर हमला किया। बीरशेबा में अस्पताल के प्रवक्ता ने कहा कि अस्पताल को अलग-अलग इलाकों में काफी नुकसान हुआ है और हमले में लोग घायल हुए हैं। अस्पताल में 1,000 से अधिक बिस्तर हैं और यह 10 लाख लोगों को सेवाएं प्रदान करता है।
ईरान के लिए अहम है अराक परमाणु रिएक्टर
अराक हैवी वाटर परमाणु रिएक्टर तेहरान से 250 किलोमीटर दूर दक्षिण-पश्चिम में है। यह परमाणु रिएक्टरों को ठंडा करने में मदद करता है। साथ ही यह प्लूटोनियम का भी उत्पादन करता है। इसका परमाणु हथियारों में उपयोग किया जा सकता है। इससे ईरान को यूरेनियम के अलावा बम बनाने का एक और रास्ता मिल जाएगा।
2019 में ईरान ने हैवी वाटर रिएक्टर के दूसरे सर्किट को शुरू किया। उस समय ब्रिटेन प्लूटोनियम की मात्रा को सीमित करने के लिए अराक रिएक्टर को दोबारा डिजाइन करने में मदद कर रहा था। इसके बाद 2018 में ब्रिटेन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के परमाणु समझौते से अमेरिका को एकतरफा वापस लेने के फैसले के बाद परियोजना से हट गया था। संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने इस्राइल से ईरानी परमाणु स्थलों पर हमला न करने के लिए कहा है।
खामनेई की अमेरिका को गंभीर चेतावनी, कहा-सरेंडर नहीं करेंगे
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बिना शर्त सरेंडर की चेतावनी खारिज करते हुए ईरान के सुप्रीम नेता अयातुल्ला खामनेई ने धमकी दी कि अमेरिका युद्ध में कूदा, तो गंभीर नतीजे भुगतने होंगे। इस बीच, इस्राइली सेना ने तेहरान में यूरेनियम सेंट्रीफ्यूज बनाने वाले संयंत्र एवं मिसाइल उपकरण की फैक्टरी को निशाना बनाया है। ईरान ने भी तेल अवीव व हाइफा समेत कई शहरों में मिसाइलें दागीं।