सियोल| उत्तर कोरिया ने गुरुवार को कहा कि वह दक्षिण कोरिया के साथ अमेरिका के संयुक्त सैन्य अभ्यास के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा। उत्तर कोरिया की चेतावनी के बाद अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने अपने दक्षिण कोरियाई समकक्ष के साथ बातचीत के लिए इस सप्ताह की शुरुआत में सियोल का दौरा किया और कहा कि प्योंगयांग के किसी भी कदम को रोकने के लिए सियोल में एफ-22 और एफ-35 जेट की तैनाती होगी। यह जानकारी योनहाप समाचार एजेंसी ने दी।
उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने दावा किया कि अमेरिका कोरियाई प्रायद्वीप पर सुरक्षा स्थिति को अत्यधिक खराब कर रहा है।
मंत्रालय ने उत्तर कोरिया की आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) के मुताबिक उत्तर कोरिया ने एक बयान में कहा, यह अमेरिका के खतरनाक इरादों की एक ज्वलंत अभिव्यक्ति है, इसके परिणामस्वरूप कोरियाई प्रायद्वीप एक युद्ध क्षेत्र में बदल सकता है।
उत्तर कोरिया अमेरिका की किसी भी सैन्य कार्रवाई का कड़ा जवाब देगा।
उत्तर कोरिया ने कहा कि वह सबसे भारी परमाणु बल के साथ अमेरिका से किसी भी सैन्य चुनौती का मुकाबला करने के लिए तैयार है। उसने कहा कि जब तक वाशिंगटन शत्रुतापूर्ण कार्रवाई करता रहेगा, तब तक वाशिंगटन के साथ किसी भी तरह की बातचीत में नहीं होगी।
इससे पहले गुरुवार को दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने संयुक्त वायु सैनिक अभ्यास किया। इसमें अमेरिकी वायु सेना व उत्तर कोरिया की वायुसेना के लड़ाकू विमान शामिल थे।
उत्तर कोरिया ने पिछले साल अकेले लगभग 70 बैलिस्टिक मिसाइलों का प्रक्षेपण किया, जो एक साल में सबसे अधिक है। यह अटकलें भी हैं कि वह निकट भविष्य में परमाणु परीक्षण भी कर सकता है।
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने पिछले साल के अंत में आयोजित बैठक में अपने परमाणु शस्त्रागार में घातक परमाणु हथियारों का उत्पादन करने की आवश्यकता का आह्वान किया।
उत्तर कोरिया के अपने सशस्त्र बलों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर 8 फरवरी को सैन्य परेड आयोजित करने की संभावना है।