नई दिल्ली। कनाडा में जी-7 समिट को बीच में छोड़कर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी रवाना हो गए। इसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि वह इजरायल ईरान संघर्ष को लेकर वापस वॉशिंगटन लौट गए हैं। लेकिन उन्होंने ऐसे किसी भी कयास को अफवाह बताया है और इसके लिए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को भी बुरा-भला सुना दिया है।
ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर पोस्ट कर लिखा, "पब्लिसिटी की चाहत रखने वाले फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने गलती से कहा कि मैं कनाडा में जी-7 शिखर सम्मेलन छोड़कर वापस वॉशिंगटन डी.सी. जा रहा हूं ताकि इजरायल और ईरान के बीच "युद्ध विराम" पर काम कर सकूं। गलत!"
उन्हें नहीं पता कि मैं वाशिंगटन क्यों जा रहा हूं, लेकिन इसका निश्चित रूप से युद्ध विराम से कोई लेना-देना नहीं है। इसका ताल्लुक इससे कहीं ज़्यादा बड़ा है। चाहे जानबूझकर हो या अनजाने में, इमैनुएल हमेशा गलत ही बोलते हैं।
जी-7 को लेकर ट्रंप के मन में क्या है?
ट्रंप ने जी-7 समिट के दौरान ग्रुप की अहमियत को लेकर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि 2014 में रूस को जी-7 से निकालना गलत था, जिससे दुनिया अस्थिर हुई। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि चीन को जी-7 में शामिल करना चाहिए।
डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान और इजरायल संघर्ष को लेकर भी पोस्ट किया था। उन्होंने लिखा, "ईरान को अपनी परमाणु योजनाओं पर लगाम लगानी होगी, वरना बहुत देर हो जाएगी।"